G-B7QRPMNW6J Shukra ja Gochar Janm Lagn or Rashi ke Anusar शुक्र का गोचर: गोचरफल से जानें किन राशियों के जीवन में आएगी खुशियों की बहार
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Shukra ja Gochar Janm Lagn or Rashi ke Anusar शुक्र का गोचर: गोचरफल से जानें किन राशियों के जीवन में आएगी खुशियों की बहार

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Shukra ja Gochar Janm Lagn or Rashi  ke Anusar शुक्र का गोचर: गोचरफल से जानें किन राशियों के जीवन में आएगी खुशियों की बहार

ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति के बाद दूसरा सबसे शुभ ग्रह शुक्र माना जाता है। शुक्र ग्रह का संबंध सप्ताह के पांचवें दिन यानी शुक्रवार से जोड़कर देखा जाता है। यह एक ऐसा ग्रह है जो रोमांस, प्रेम, सेक्स, नृत्य, संगीत, सौंदर्य, और मनोरंजन स्त्रोतों का प्रतिनिधित्व करता है। आकाश में देखने पर जो सबसे चमकीला सितारा नजर आता है इसे शुक्र ग्रह कहते हैं। यदि आपको शुक्र ग्रह वाकई में देखना है तो इसके लिए भोर का समय सबसे ज्यादा सही माना जाता है। उत्तर दिशा में सुबह के समय आकाश में शुक्र ग्रह को बेहद ही आसानी से देखा जा सकता है।

शुक्र गोचर विशेष इस आर्टिकल में जानते हैं जल्द होने वाले शुक्र गोचर का समय, राशि के अनुसार आपके जीवन पर इसका प्रभाव, और साथ ही जानते हैं शुक्र गोचर का महत्व क्या होता है।

ज्योतिष में शुक्र ग्रह

सभी बारह राशियों में दो राशियों तुला और वृषभ का शासक शुक्र ग्रह होता है। आकर्षण, प्रेम, धन, सुख, समृद्धि, और विलासिता से संबंधित यह ग्रह जहां मीन राशि में उच्च का होता है वहीं कन्या राशि में इसे नीच का माना गया है। इसके अलावा शनि, बुध, और राहु ग्रहों के साथ जहां शुक्र ग्रह के अनुकूल संबंध होते हैं वहीं सूर्य और चंद्रमा के साथ शुक्र ग्रह के शत्रुत्व संबंध माने जाते हैं।

जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत और शुभ स्थिति में होता है ऐसे व्यक्तियों के जीवन में अनुकूल परिणाम मिलते हैं। ऐसे व्यक्ति जीवन में धन, सौंदर्य, और समृद्धि पाते हैं। वहीं इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह शुभ स्थिति में ना हो या कमजोर स्थिति में हो ऐसे जातकों के स्वभाव में आलस्य, विकृत आदतें और अलगपन आ सकता है।

शुक्र का मकर राशि में गोचर 8 दिसंबर 2021

शुभ ग्रह शुक्र का गोचर 08 दिसंबर 2021 को सुबह 12:56 बजे मकर राशि में होगा। यह 30 दिसंबर, 2021 तक सुबह 9:57 बजे तक इसी राशि में रहेगा और फिर अपना राशि परिवर्तन कर लेगा। मकर राशि में शुक्र का यह गोचर या तो व्यक्तियों के भीतर भय की भावना लाएगा या फिर लोग इसके प्रभाव से महत्वकांक्षी भी हो सकते हैं। आपकी राशि पर इस गोचर का अनुकूल प्रभाव पड़ेगा या प्रतिकूल जानने के लिए आगे पढ़ें।

शुक्र ग्रह शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे नाक, आंख, ठोड़ी, यौन अंग, गला, मूत्राशय, किडनी, आदि का शासक होता है। यह एक स्त्री ग्रह है और इसे शुभ माना जाता है। एक राशि में यह तकरीबन 28 दिनों तक रहता है और फिर अपना राशि परिवर्तन कर लेता है।

आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं सभी 12 राशियों पर शुक्र के इस गोचर का क्या कुछ शुभ और अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा।

शुक्र का मकर राशि में गोचर (08 दिसंबर 2021)

शुक्र ग्रह का संबंध सप्ताह के पांचवें दिन यानी शुक्रवार से होता है। शुक्र ग्रह बाहरी दुनिया के सामने अपने आप को एक परिष्कृत और अधिक आकर्षक पक्ष पेश करने में हमारी मदद करता है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को बृहस्पति के बाद दूसरा सबसे शुभ ग्रह माना गया है। ऐसा माना जाता है कि यह ग्रह ब्रह्मांड में रहने वाले सभी प्राणियों के लिए हमेशा महान और दयालु होता है। शुक्र ग्रह सुंदरता से संबंधित ग्रह माना गया है इसीलिए यह हमें ईश्वर की खूबसूरत रचना और सुंदरता की सराहना करने में सक्षम बनाता है। शुक्र को प्रेम, रोमांस और सौंदर्य का ग्रह कहा जाता है। यह वैदिक ज्योतिष के अनुसार रिश्तों, विवाह और कामुक सुख के लिए प्रमुख कारक भी होता है। हमारी जन्म कुंडली में शुक्र की मज़बूत स्थिति रिश्ते की गुणवत्ता निर्धारित करती है।

शुक्र का मकर राशि में गोचर

यह गोचर आपको इस बात से अवगत कराएगा कि आपने अपने जीवन में क्या कुछ कमाया है और वह कौन से ऐसे क्षेत्र हैं जहां अभी आप थोड़े कमजोर पड़ रहे हैं या जो क्षेत्र अभावग्रस्त हैं। मकर राशि में शुक्र महत्वकांक्षी या भयभीत हो सकता है। यह पूर्ण रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि आप ऊर्जा के साथ कैसे काम करते हैं। आप इस दौरान ज्यादा प्रतिबंधित महसूस कर सकते हैं लेकिन यह समय काम करने का शुभ अवसर साबित हो सकता है। शुक्र का मकर राशि में यह गोचर 8 दिसंबर 2021 क

शुक्र का मकर राशि में गोचर (08 दिसंबर 2021)

शुक्र ग्रह का संबंध सप्ताह के पांचवें दिन यानी शुक्रवार से होता है। शुक्र ग्रह बाहरी दुनिया के सामने अपने आप को एक परिष्कृत और अधिक आकर्षक पक्ष पेश करने में हमारी मदद करता है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को बृहस्पति के बाद दूसरा सबसे शुभ ग्रह माना गया है। ऐसा माना जाता है कि यह ग्रह ब्रह्मांड में रहने वाले सभी प्राणियों के लिए हमेशा महान और दयालु होता है। शुक्र ग्रह सुंदरता से संबंधित ग्रह माना गया है इसीलिए यह हमें ईश्वर की खूबसूरत रचना और सुंदरता की सराहना करने में सक्षम बनाता है। शुक्र को प्रेम, रोमांस और सौंदर्य का ग्रह कहा जाता है। यह वैदिक ज्योतिष के अनुसार रिश्तों, विवाह और कामुक सुख के लिए प्रमुख कारक भी होता है। हमारी जन्म कुंडली में शुक्र की मज़बूत स्थिति रिश्ते की गुणवत्ता निर्धारित करती है।

शुक्र का मकर राशि में गोचर

शुक्र का मकर राशि में गोचर 8 दिसंबर 2021

शुभ ग्रह शुक्र का गोचर 08 दिसंबर 2021 को सुबह 12:56 बजे मकर राशि में होगा। यह 30 दिसंबर, 2021 तक सुबह 9:57 बजे तक इसी राशि में रहेगा और फिर अपना राशि परिवर्तन कर लेगा। मकर राशि में शुक्र का यह गोचर या तो व्यक्तियों के भीतर भय की भावना लाएगा या फिर लोग इसके प्रभाव से महत्वकांक्षी भी हो सकते हैं। आपकी राशि पर इस गोचर का अनुकूल प्रभाव पड़ेगा या प्रतिकूल जानने के लिए आगे पढ़ें।

शुक्र ग्रह शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे नाक, आंख, ठोड़ी, यौन अंग, गला, मूत्राशय, किडनी, आदि का शासक होता है। यह एक स्त्री ग्रह है और इसे शुभ माना जाता है। एक राशि में यह तकरीबन 28 दिनों तक रहता है और फिर अपना राशि परिवर्तन कर लेता है।

आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं सभी 12 राशियों पर शुक्र के इस गोचर का क्या कुछ शुभ और अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा।

मेष

मेष राशि के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है, जो कर्म के दशम भाव में गोचर कर रहा है। गोचर की इस अवधि में आपको अपने पेशेवर जीवन में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। इस गोचर अवधि के दौरान आप अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण और बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के ढ़ेरों अवसर हासिल करेंगे। यह समय उन लोगों के लिए विशेष रूप से अच्छा है जो कोई नया व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं। आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी और इस दौरान आपको धन, संपत्ति और विश्वास अर्जित करने के कई अवसर भी प्राप्त होंगे। आपके जीवन में भौतिक सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी और आप सभी सुख सुविधाओं से लिप्त जीवन जीने में कामयाब रहेंगे। इस दौरान आप सामाजिक रूप से सक्रिय रहेंगे और नए संपर्क विकसित करने और दोस्त बनाने के लिए आपका रुझान ज्यादा रहेगा। रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ-साथ इस दौरान आपकी मां के साथ आपकी बॉन्डिंग काफी शानदार रहेगी। आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा और इस दौरान आप अपने जीवन में शांति का अनुभव करेंगे और आप अपने परिवार के साथ आनंदमय समय बिता पाएंगे, जिससे आपको खुशी मिलेगी। इस दौरान प्रॉपर्टी से अच्छा मुनाफा होगा। हालांकि, आपकी बचत प्रभावित हो सकती है क्योंकि आप अचल संपत्ति जैसे, भूमि या घर में निवेश कर सकते हैं।

उपाय: जीवनसाथी को कोई उपहार देना आपके लिए अनुकूल रहेगा।

वृषभ

वृष राशि के लिए शुक्र पहले और छठे भाव का स्वामी है, जो भाग्य और धर्म के नवम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आप दुविधा में रहेंगे और आपका जीवनसाथी बहुत ज्यादा खुश नहीं रहने वाला है। आपको अपने परिवार से संबंधित कोई अच्छी खबर भी मिल सकती है। शुक्र आपकी राशि का स्वामी है और नवम भाव में स्थित है इसलिए आपको स्वास्थ्य और वित्त के मामले में आपको भाग्य का भरपूर समर्थन प्राप्त होने की संभावना है। इस दौरान आपको अपने मित्रों और गुरु का वांछित सहयोग मिलेगा और आपके आईडिया और विचारों को स्वीकारा और सराहा जाएगा। बच्चों के सन्दर्भ में इस शुक्र गोचर के दौरान आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। आपके जीवन में प्रेम की दस्तक हो सकती है और इस दौरान आप किसी के प्यार में पड़ सकते हैं क्योंकि इस दौरान विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण का स्तर काफी अधिक होगा। छात्रों को ईमानदारी से प्रयास करने की आवश्यकता है और उन्हें अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करना होगा। आप अपनी मेहनत और ईमानदारी के दम पर उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने में सफल होंगे।

उपाय: दुर्गा चालीसा का पाठ करें और दुर्गा माँ को सफेद फूल चढ़ाएं

मिथुन

मिथुन राशि के लिए शुक्र बारहवें और पंचम भाव का स्वामी है, जो दीर्घायु, अचानक हानि/लाभ और गुप्त विज्ञान के आठवें भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के प्रभाव से आपके अहंकार में वृद्धि हो सकती है जिससे आप अपने किसी करीबी के साथ अशिष्ट व्यवहार करके उन्हें अपनी कठोर और कड़वी बातों से ठेस पहुंचा सकते हैं। यात्रा करने के योग बनेंगे। चल संपत्ति की खरीद से आप अच्छी कमाई करने में कामयाब रहेंगे। पेशेवर विकास की प्रबल संभावना है और आप सभी प्रतियोगिता जीतेंगे। मुमकिन है की इस दौरान आपकी वेतन में वृद्धि हो सकती है जिससे आपके भौतिक सुख में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से आप लगातार स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर चिंतित हो सकते हैं और इसी सन्दर्भ में आपका खर्चा भी बढ़ सकता है। आपको अपने वैवाहिक संबंधों के बारे में सावधान रहने की सलाह दी जाती है अन्यथा इस दौरान आपके जीवनसाथी के साथ विवाद और गलतफहमी हो सकती है।

उपाय: छोटी लड़कियों को खीर या बताशा बांटें।

कर्क

कर्क राशि के लिए शुक्र चतुर्थ और एकादश भाव का स्वामी है, जो विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आप अपने कार्यालय में लक्ष्यों को प्राप्त करने में चुनौतियों का सामना करेंगे और नौकरी में ईमानदारी से प्रयास करने के बावजूद आपके बॉस आपको और आपकी मेहनत को नज़रंदाज़ कर सकते हैं। इसलिए आपको धैर्य रखने और अपना शत-प्रतिशत देने पर ध्यान देने की आवश्यकता है। जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र में हैं, उन्हें बिज़नस पार्टनर्स, व्यापारियों और ग्राहकों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने के लिए ईमानदारी से प्रयास करने की आवश्यकता होगी। किसी गलतफहमी के कारण आप अपने जीवनसाथी से दूरी महसूस कर सकते हैं, इसलिए आपको वैवाहिक और पारिवारिक मामलों में बातचीत करते समय अपनी वाणी और शब्दों के चयन को सोच समझकर चुनने की आवश्यकता होगी। कुछ मौकों पर आपके प्रेम संबंधों में दूरियों के कारण भावनात्मक उथल-पुथल हो सकती है। शुक्र की स्थिति आपके जीवन में दुविधा का कारण बन सकती है जिससे आपके लिए किसी निर्णय पर पहुंचना मुश्किल लग सकता है। कोई भी निर्णय लेते समय बहुत सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

उपाय: इतर/इत्र का प्रयोग करना आपके लिए लाभदायक होगा ।

सिंह

सिंह राशि के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है और शत्रु, कर्ज और दैनिक मजदूरी के छठे भाव में गोचर कर रहा है। आपको इस अवधि के दौरान अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है और कार्यस्थल पर कुछ शत्रुओं से भी सावधान रहने की ज़रूरत पड़ सकती है जो कार्यस्थल पर आपकी छवि और प्रतिष्ठा को ख़राब करने का प्रयास कर सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि इस समय के दौरान अपने खर्चों को नियंत्रण में रखें और भौतिकवादी चीजों पर खर्च न करें। आपको अपने पारिवारिक मामलों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी। माता का स्वास्थ्य चुनौतीपूर्ण बना रह सकता है। विवाहित जातकों को तर्क-वितर्क पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है अन्यथा इससे आपके रिश्ते में ग़लतफ़हमी खड़ी हो सकती है जिससे तनाव बढ़ने की प्रबल आशंका बनती नज़र आ रही है। छात्र जातकों को भी कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस समय अवधि में आपको किसी भी नई डिग्री के संदर्भ में आगे न बढ़ने की सलाह दी जाती है। सुखद समृद्ध प्रेम जीवन व्यतीत करने के लिए अपने शब्दों का चयन सोच समझकर करें।.

उपायः भगवान शिव को सफेद चंदन अर्पित करें।

कन्या

कन्या राशि के लिए शुक्र द्वितीय भाव और नवम भाव का स्वामी है और प्रेम, रोमांस और संतान के पंचम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको अपने खान-पान पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस समय अवधि में आपको पाचन तंत्र, दांत, जबड़े से संबंधित रोगों से पीड़ित होने की आशंका है। इसके लिए आपको दवा पर काफी खर्च भी करना पड़ सकता है। इस अवधि के दौरान व्यावसायिक रूप से गोचर आपके पक्ष में रहेगा और आपको नौकरी से संबंधित नए अवसर, जैसे पदोन्नति या नई नौकरी भी प्राप्त हो सकते हैं। यदि आप इस दौरान अपने खर्चों में अचानक वृद्धि देखते हैं, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि जल्द ही स्थिति पटरी पर लौट आएगी और आप दोबारा धन संचय करने में कामयाब रहेंगे। गोचर चरण के दौरान शैक्षणिक प्रगति में सुधार होगा और आप नए पाठ्यक्रमों में भी शामिल हो सकते हैं। लंबे समय से चली आ रही कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी ठीक होगी जिससे आपको राहत मिल सकती है। आप इस दौरान कुछ सकारात्मकता की उम्मीद कर सकते हैं। आपके दैनिक कार्य में आपका आत्मविश्वास का स्तर अपने चरम पर रहेगा।

उपायः गाय को हरा चारा 

तुला

तुला राशि के लिए शुक्र पहले और आठवें भाव का स्वामी है और सुख-समृद्धि के चौथे भाव में गोचर कर रहा है। यह भाव परिवार और वित्त का प्रतिनिधित्व करता है। व्यावसायिक रूप से आपको कार्यस्थल पर ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है जिन्हें संभालना आपके लिए थोड़ा कठिन हो सकता है। आपको अपनी कड़ी मेहनत का फल पाने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी। निवेश करते समय आपको सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि इससे नुकसान भी हो सकता है। इस राशि के छात्र अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम नहीं रहेंगे, इसलिए आपको अपना ध्यान मजबूत करने की आवश्यकता है। कुछ पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं फिर से होने की आशंका है। पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में काम का बोझ और अतिरिक्त जिम्मेदारी कुछ मानसिक तनाव और चिंता का कारण बन सकती है। हालाँकि, आपको किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए आशावादी रवैया बनाए रखने की सलाह दी जाती है।

उपायः प्रत्येक शुक्रवार को किसी मंदिर में सफेद मिठाई का दान 

वृश्चिक

वृश्चिक राशि के लिए शुक्र बारहवें और सातवें भाव का स्वामी है और पराक्रम के तीसरे भाव में गोचर कर रहा है। गोचर के दौरान आपके विरोधी आपको परेशान कर सकते हैं। किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए अपनी आंखों का अतिरिक्त ध्यान रखें और खान-पान पर नियंत्रण रखें। यात्रा के योग बन रहे हैं और आप इस समय अवधि में अवैध संबंधों में भी शामिल हो सकते हैं। वृश्चिक राशि के जातकों को इस समय के दौरान मूड स्विंग्स का अनुभव हो सकता है, इसलिए यह सलाह दी जाती है कि अपने दिमाग और ऊर्जा को किसी शौक या किसी ऐसी योजना पर केंद्रित करें जिसमें आपकी रुचि हो। इस अवधि के दौरान आप कार्यस्थल पर नए कनेक्शन भी विकसित करेंगे जिससे आपके सामाजिक नेटवर्क में वृद्धि होगी और आपकी सामाजिक छवि को आपके मित्रों और संपर्कों के माध्यम से लाभ मिलने की संभावना में वृद्धि होगी।

उपाय: प्रतिदिन भगवान सूर्य को जल अर्पित करें।

धनु

धनु राशि के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और धन के दूसरे भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपके काम में देरी होने की संभावना है। आपके विरोधियों से आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है और आपका दूसरों पर हावी होने का स्वाभाव आपके मित्रों और कार्यकर्ता के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। आपको अपने ख़र्चों पर नज़र रखने की ज़रूरत है क्योंकि इस दौरान ख़र्चे हद से ज्यादा होने की संभावना बन रही है। दाम्पत्य जीवन में आपका समय आनंदमय व्यतीत होगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं की आशंका है इसलिए इस दौरान आपको रूटीन चेकअप कराते रहना चाहिए। छात्रों के लिए यह समय लाभकारी रहेगा, क्योंकि आपके गुरु और शिक्षक आपकी बुद्धि से खासे प्रभावित रहने वाले हैं। साथ ही आप उन विषयों पर फोकस करना शुरू कर देंगे जिन पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।

उपायः छोटी कन्याओं को सफेद बर्फी या मिठाई बांटें।

मकर

मकर राशि के लिए शुक्र पंचम और दशम भाव का स्वामी है और लग्न भाव में गोचर कर रहा है। यह गोचर काल मकर जातकों के लिए बहुत ही शुभ और लाभप्रद रहेगा क्योंकि इस अवधि में आपको जीवन के विभिन्न पहलुओं में वांछित परिणाम प्राप्त होंगे। जो जातक किसी रिश्ते में हैं, उन्हें कोई गलतफहमी या नकारात्मक विचार पैदा करने के बजाय अपने प्रिय की बात सुनने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से आपके बीच उत्पन्न हुई तमाम शंकाओं और गलतफहमियों को दूर करने में मदद मिल सकती है। इस अवधि के दौरान पारिवारिक जीवन बहुत अच्छा रहने वाला है क्योंकि यह समृद्धि से भरा रहेगा और आपके माता-पिता आपके व्यवहार से संतुष्ट रहेंगे। हालाँकि, आपका अपने भाई-बहनों से विवाद हो सकता है लेकिन यह आसानी से सुलझ जाएगा।

उपाय: शुक्र बीज मंत्र का जाप करें।

कुंभ

कुम्भ राशि के लिए शुक्र चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी है और व्यय, गुप्त व्यवहार के बारहवें भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान, आप विलासितापूर्ण जीवन जीने के लिए अपने आराम पर बहुत अधिक खर्च करने वाले हैं और आप अपनी इच्छानुसार किसी गुप्त संबंध में भी शामिल हो सकते हैं। यदि आपको बिना ज्यादा प्रयास किए इस गोचर के दौरान लाभ प्राप्त हुए हैं, तो गोचर के बाद भी इन लाभों को अपने जीवन में बनाए रखने के लिए आपको थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। चूंकि विलासिता और आराम का प्रमुख कारक शुक्र ग्रह आपके 12 वें घर में स्थित है, इसलिए आपको अत्यधिक व्यस्त जीवन का बोझ उठाना पड़ सकता है जिससे आपके तनाव में भी इज़ाफा देखने को मिल सकता है। स्वास्थ्य के लिहाज से आपको इस दौरान दवाओं पर कुछ खर्च करना पड़ सकता है।

उपायः स्फटिक माला 

मीन

मीन राशि के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है और लाभ और इच्छा के एकादश भाव में गोचर कर रहा है। यदि इस अवधि में मौद्रिक लाभ की संभावना है तो गोचर अपने साथ कई वित्तीय परेशानियाँ और चिंताएँ लाएगा। जीवन में किसी बुजुर्ग व्यक्ति से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है। इस समय के दौरान आप अच्छे स्वास्थ्य का भी आनंद लेंगे। कानूनी मामलों में देरी हो सकती है जो आपके लिए परेशानी की वजह बन सकती है। इस गोचर के दौरान छोटी यात्रा के भी योग हैं। परीक्षा में वांछित सफलता प्राप्त करने के लिए छात्रों को एक केंद्रित दृष्टिकोण बनाए रखने की आवश्यकता होगी। आपके स्वतंत्र प्रयास आपको अकादमिक रूप से अपने विरोधियों पर काबू पाने में मदद करेंगे। शुक्र के 11वें भाव में गोचर के दौरान आपकी धार्मिक भावनाओं में वृद्धि होगी। आप अपना पैसा जरूरतमंदों और गरीबों की मदद पर खर्च कर सकते हैं। इन गतिविधियों से आपको मानसिक शांति मिलेगी।

उपायः हनुमान जी की पूजा 

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