G-B7QRPMNW6J Aaj 10 मार्च 2024 Ka Vedic Panchang: जाने शुभ मुहूर्त, राहु काल, आज की तिथि, ग्रह और upaye
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Aaj 10 मार्च 2024 Ka Vedic Panchang: जाने शुभ मुहूर्त, राहु काल, आज की तिथि, ग्रह और upaye

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Today's 10th March 2024 Vedic Panchang
Today's 10th March 2024 Vedic Panchang: Know the auspicious time, Rahu period, today's date, planets, and remedies

Aaj दिनांक - 10 मार्च 2024 Ka वैदिक हिन्दू पंचांग Panchang: 

दिन - रविवार

विक्रम संवत् - 2080

अयन - उत्तरायण

ऋतु - वसंत

मास - फाल्गुन

पक्ष - कृष्ण

तिथि - अमावस्या दोपहर 02:29 तक तत्पश्चात प्रतिपदा

नक्षत्र - पूर्व भाद्रपद मध्य रात्रि 01:55 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद

योग - साध्य शाम 04:14 तक तत्पश्चात शुभ

राहु काल - शाम 05:18 से 06:47 तक

सूर्योदय - 06:53

सूर्यास्त - 06:47

दिशा शूल - पश्चिम

ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:16 से 06:05 तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:25 से 01:14 तक

अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:26 से 01:14

व्रत पर्व विवरण - द्वापर युगादि तिथि, अमावस्या, पंचक

विशेष - अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

फाल्गुन अमावस्या : 10 मार्च 2024

09 मार्च शाम 06:17 से 10 मार्च दोपहर 02:29 तक

अमावस्या विशेष

1. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य दूसरे को (अन्नदाता को) मिल जाता है ।

(स्कंद पुराण, प्रभास खं. 207.11.13)

2. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप लगता है ! (विष्णु पुराण)

द्वापर युगादि तिथि : 10 मार्च

चारों युग के प्रारम्भ होते समय जो मास और तिथि थी । उन्हें युगादि तिथियाँ कहते हैं।

द्वापर युग की आरम्भ तिथि - फाल्गुन कृष्ण अमावस्या ।

इस दिन किया गया जप, तप, ध्यान, स्नान, दान, यज्ञ, हवन आदि अक्षय फल होता है ।

गरीबी भगाने का शास्त्रीय उपाय

गरीबी है, बरकत नहीं है, बेरोजगारी ने गला घोंटा है तो फिक्र न करो । हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें ।

सामग्री : १. काले तिल २. जौ ३. चावल ४. गाय का घी ५. चंदन पाउडर ६. गूगल ७. गुड़ ८. देशी कपूर एवं गौ चंदन या कण्डा ।

विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवन कुण्ड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये मंत्रों से ५ आहुति दें ।

आहुति मंत्र

 १. ॐ कुल देवताभ्यो नमः

 २. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः

 ३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः

 ४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः

 ५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः

इस प्रयोग से थोड़े ही दिनों में स्वास्थ्य, समृद्धि और मन की प्रसन्नता दिखायी देगी ।   

रविवार विशेष

रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

रविवार के दिन आँवला, मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)

रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)

रविवार सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर (बाल काटना व दाढ़ी बनवाना) कराने से धन, बुद्धि और धर्म की क्षति होती है ।

स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।

रविवार के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना एवं पीपल के पेड़ को स्पर्श करना निषेध है ।

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