मकर राशि में बुध अस्त 17 JANUARY 2022 जानें सभी राशियों पर इसका प्रभाव
ज्योतिष में बुध ग्रह
बुध ग्रह कन्या और मिथुन राशि का शासक ग्रह है। यह उत्तर दिशा का राज्यपाल भी माना गया है। बुध ग्रह सूर्य, शुक्र, और राहु के साथ मित्रता वाले संबंध रखता है। हालाँकि चंद्रमा के साथ उसके रिश्ते शत्रुतव होते हैं। बात करें गोचर की तो बुध ग्रह एक राशि में तकरीबन 25 दिनों की समय अवधि के लिए रहता है। यानी कि सभी 12 राशियों में भ्रमण करने के लिए बुध ग्रह को तकरीबन 10 महीनों का समय लगता है।
जब बुध ग्रह मार्गी गति में होता है अर्थात आगे बढ़ने की गति में होता है तो सूर्य के दोनों और 14 डिग्री के भीतर आने पर यह अस्त हो जाता है। लेकिन जब बुध वक्री अवस्था में होता है तो दहन के लिए या अस्त के लिए 14 डिग्री तक बदल जाता है।
मकर राशि में बुध अस्त: जानें समय
बुद्धि, संचार, वाणी, का ग्रह बुध मकर राशि में 17 जनवरी 2022 को अस्त होने जा रहा है। यह अस्त 19:07 पर होगा और बुध ग्रह अस्त से उदय वापस 29 जनवरी को होंगे।
स्वाभाविक सी बात है बुध ग्रह के अस्त होने का सभी 12 राशियों पर कुछ ना कुछ अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव अवश्य पड़ेगा। तो आइए जान लेते हैं राशि अनुसार आपके जीवन पर इस महत्वपूर्ण घटना का क्या कुछ असर पड़ने वाला है।
मकर राशि में बुध के अस्त होने का राशिनुसार प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध उनके तीसरे व छठे भाव के स्वामी हैं और अब वे दशम भाव में अस्त हो जाएंगे। ऐसे में बुध की ये स्थिति मेष राशि के जातकों को अपने करियर में सावधानी बरतने के संकेत दे रही है। इस दौरान आपके जीवन में बार-बार बाधाएं, संचार में भ्रम की स्थिति, कागजी कार्रवाई की कोई बड़ी समस्याओं आदि आने की आशंका है।
ऐसे में आपको इन सभी समस्याओं के प्रति सावधानी बरतते हुए खुद का बचाव करने की सलाह दी जाती है। इसके लिए किसी से भी बातचीत करते समय संबंधों व वाणी के प्रति अतिरिक्त सतर्क और सचेत रहें। साथ ही आपको इस समय का उपयोग कर अपने करियर में विकास की ओर बढ़ने की भी ज़रूरत होगी।
उपाय- प्रतिदिन बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी है और अब उनका अस्त आपके नवम भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप जो छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण करने की योजना बना रहे हैं या कुछ व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में शामिल होने के इच्छुक हैं, उन्हें इस बारे में एक बार पुनः विचार करने और सही निर्णय लेने के लिए गहन शोध करने की सलाह दी जा रही है।
पारिवारिक जीवन के लिए भी इस अवधि में आपको अपने बड़ों और परिवार के सदस्यों के साथ संवाद करते समय अपने शब्दों का चयन समझदारी से करने की ज़रूरत होगी। क्योंकि आशंका है कि किसी बात को लेकर आपका कटाक्ष या हंसी-मज़ाक उन्हें आहत कर सकता है।
उपाय- किसी भी मंदिर में हरे रंग की मिठाई दान करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह उनके लग्न भाव के स्वामी होने के साथ-साथ उनके चतुर्थ भाव के स्वामी भी हैं। अब 17 जनवरी को वे आपकी राशि से अष्टम भाव में अस्त हो रहे हैं। ऐसे में बुध की ये स्थिति मिथुन राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ अपनी मां के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने के संकेत दे रहे है। क्योंकि आशंका है कि बुध देव के कारण आपको कोई त्वचा संबंधी कुछ संक्रमण या अचानक स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अपने खान-पान के प्रति सचेत रहें और अपने शरीर की स्वच्छता बनाए रखें।
इसके अलावा यदि आप शादीशुदा हैं तो इस अवधि में आपके अपने ससुराल पक्ष के साथ किसी गलतफहमी के कारण संबंध खराब हो सकते हैं। इसलिए उनके साथ संबंधों में सुधार के लिए प्रयासरत रहें और किसी भी तर्क-वितर्क में पड़ने से बचें।
उपाय- ट्रांसजेंडरों व किन्नरों का सम्मान करें और संभव हो तो उन्हें हरे रंग के कपड़े उपहार में देना भी आपके लिए अनुकूल रहेगा।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध उनके बारहवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं और अब उनका अस्त आपके जीवनसाथी और व्यावसायिक साझेदारी के सप्तम भाव में हो रहा है। ऐसे में वो कर्क जातक जो अपने व्यवसाय में कोई नई साझेदारी शुरू करने के लिए लम्बे समय से प्रतीक्षा कर रहे थे उन्हें अभी और इंतज़ार करना होगा। क्योंकि किसी भी तरह की पार्टनरशिप के लिए अवधि प्रतिकूल परिणाम देने के योग बना रही है। इसलिए अभी ऐसा कुछ भी करने से बचें और यदि ऐसा करना बहुत ज़रूरी हो तो हर हस्तावेज को ठीक से पढ़ें और उसकी जांच करें।
अब बात करें प्रेम संबंधों की तो प्रेमी जातकों को अपने प्रियतम के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। साथ ही कार्यस्थल पर अधिक परिश्रम और अतिरिक्त काम के दबाव के कारण आपके लव रिलेशन में दूरियां आने की आशंका है। इसलिए अपने कार्यक्षेत्र और निजी जीवन में सही संतुलन बनाए रखने की कोशिश करें और अपने पार्टनर के साथ बैठकर बातचीत के लिए समय निकालें।
उपाय- भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा चढ़ाएं।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध उनके दूसरे व एकादश दोनों ही भावों के स्वामी हैं और और अब यह आपके छठे भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप इस दौरान आपको कई प्रकार की आर्थिक समस्याओं से परेशान संभव है। आशंका ये भी है कि इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याओं पर भी अपना बहुत सा धन खर्च करना पड़े। इसके अलावा कई जातकों के साथ ऑनलाइन या किसी कागजी कार्रवाई के दौरान कुछ पैसे का लेन-देन करते समय धोखाधड़ी होने के भी योग बन रहे हैं। इससे आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा, इसलिए धन के प्रति विशेष सतर्क रहें।
वहीं बुध देव का प्रभाव कई जातकों को किसी प्रकार की मौखिक लड़ाई में भी डाल देगा, इसलिए उन्हें भी अभी हर प्रकार के तर्क-वितर्क की स्थिति में पड़ने से खुद को बचाना होगा।
उपाय- गायों को प्रतिदिन हरा चारा खिलाएं।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध उनके लग्नेश होने के साथ-साथ दशम भाव के स्वामी भी हैं। अब 17 जनवरी को वे आपकी राशि के पंचम भाव में अस्त हो रहे हैं। ऐसे में इस दौरान आपको अपने आत्मविश्वास में आ रही भारी कमी का सामना करना पड़ सकता है और इससे आप थोड़े भ्रमित भी नज़र आएंगे। कन्या राशि के जो छात्र एक अच्छे पेशेवर प्लेसमेंट की प्रतीक्षा कर रहे हैं उन्हें किसी तरह की देरी के कारण थोड़ी निराशा होगी। लेकिन उन्हें सही परिस्थिति का इंज़ार करते हुए धैर्य रखने की सलाह दी जाती है। क्योंकि संभावना ये भी है कि समय के साथ चीजें उनके लिए पहले से बेहतर होती प्रतीत होंगी।
कार्यक्षेत्र पर भी यदि आप कुछ बदलाव करने की योजना बना रहे हैं तो आपको सलाह दी जाती है कि अभी ऐसा कुछ भी करने से बचें। क्योंकि इस समय कुछ निर्णय कभी भी आपके लिए विपरीत परिस्थिति उत्पन्न करते हुए आपकी समस्या बढ़ा सकते हैं। चूंकि बुध आपके लग्न भाव के स्वामी भी है, इसलिए आपको प्रमुख रूप से इस दौरान अपने स्वास्थ्य का भी उचित ध्यान रखने की ज़रूरत होगी।
उपाय- संभव हो तो ज्यादातर समय हरे रंग के कपड़े ही पहनें या हमेशा अपने पास एक हरे रंग का रुमाल जरूर रखें।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए बुध उनके द्वादश व नवम भाव के स्वामी हैं और अब वे आपकी राशि के चतुर्थ भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने माता-पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की ज़रूरत होगी। क्योंकि उन्हें इस दौरान कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा आपके वाहन में कुछ अतिरिक्त ख़राबी या समस्या आने के कारण भी आपको अपने धन का एक भाग उसपर खर्च करना होगा। यदि आप विदेश यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो कागजी कार्रवाई और अन्य औपचारिकताओं को लेकर शुरुआत से ही सतर्क रहें। क्योंकि किसी लापरवाही के कारण आपको देरी होने के साथ ही धन की हानि भी संभव है।
उपाय- तुलसी के पौधे की पूजा करें और प्रतिदिन एक दीया जलाएं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध उनके एकादश व अष्टम भाव के स्वामी हैं और अब वे आपकी राशि के तीसरे भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप यदि आप किसी छोटी दूरी की यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं तो वो किसी कारणवश अचानक आखिरी समय में रद्द हो सकती है। इसके अलावा पारिवारिक जीवन में भी अपने छोटे भाई-बहन के साथ आपको किसी भी बहस से पड़ने से बचना होगा, अन्यथा वो बहस बाद में किसी गंभीर लड़ाई का रूप ले सकती है।
इसके अतिरिक्त यदि आप लेखन के क्षेत्र में कार्यरत हैं तो आपको अपने लक्ष्यों के प्रति ध्यान केंद्रित करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। वहीं आपको अपने गैजेट्स के साथ भी कुछ समस्या हो सकती है, इसलिए आपके लिए पहले से ही अतिरिक्त बैकअप के साथ तैयार रहना अनुकूल विकल्प सिद्ध होगा।
उपाय- "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए बुध उनके सप्तम व दशम भाव के स्वामी हैं और अब वे आपके दूसरे भाव में अस्त हो रहे हैं। बुध का ये प्रभाव कार्यक्षेत्र पर आपके लिए सामान्य से कम ही अनुकूल परिणाम देने के योग बनाएगा। यदि आप किसी धन लाभ की उम्मीद कर रहे थे तो इसमें भी अभी आपको देरी हो सकती है। वहीं वो जातक जो बिजनेस पार्टनरशिप से जुड़ा व्यापार करते हैं और वो कुछ नया शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो उन्हें अभी अपनी सभी योजनाओं को टालना ही बेहतर रहेगा।
हालांकि प्रेम संबंधों के लिहाज़ से शादीशुदा जातकों को अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अधिक ज़रूरत होगी। ऐसे में साथी से बातचीत करते समय अपने शब्दों का चयन बहुत समझदारी से करें, अन्यथा आपके शब्दों का गलत अर्थ निकाला जा सकता है और इसके कारण आप दोनों के बीच तर्क-वितर्क संभव है।
उपाय- तुलसी के पौधे को रोजाना पानी दें और रोज तुलसी के एक पत्ते का सेवन ज़रूर करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध उनके छठे व नवम भाव के स्वामी हैं और अब वे आपके लग्न अर्थात प्रथम भाव में अस्त होंगे। इसके परिणामस्वरूप मकर राशि के जातकों को इस समय सबसे अधिक अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होगी। इसलिए कोशिश करें और योग व ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। क्योंकि बुध देव आपको तंत्रिका तंत्र, त्वचा या गले से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं दे सकते हैं। ऐसे में किसी भी समस्या के प्रति लापरवाही न करें और जरूरत पड़ने पर तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाएं।
पारिवारिक जीवन में भी आपको इस अवधि के दौरान अपने पिता के स्वास्थ्य की भी देखभाल करने की आवश्यकता है। इसलिए ज़रूरत पड़ने पर उन्हें ज़रूरी चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए।
उपाय- प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करें और उनके समक्ष एक दीया ज़रूर जलाएं।
कुम्भ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके पंचम व अष्टम भाव के स्वामी हैं और अब वे आपके बारहवें भाव में अस्त होंगे। इस कारण सबसे अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र को समस्या आने की आशंका रहेगी। क्योंकि ये वो समय होगा जब छात्र अपने लक्ष्य से थोड़ा भ्रमित या विचलित हो सकते हैं या परीक्षा की तारीखों को लेकर कुछ अनिश्चितता भी संभव है। जिसके फलस्वरूप परीक्षा में कुछ देरी या परीक्षा स्थगित हो सकती है। इसलिए छात्रों को किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिए नामांकन और हॉल टिकट के बारे में समय-समय पर जागरूक रहने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा बुध देव दांपत्य जातकों को भी अपनी संतान से जुड़ा कोई कष्ट देंगे। आशंका है कि आपके बच्चों को किसी प्रकार की अचानक स्वास्थ्य हानि हो, इसलिए उनकी सेहत के प्रति सजकता बरतें।
उपाय- एक पूरा कद्दू लें, फिर उसे अपने माथे पर लगाकर बहते हुए पानी में प्रवाह करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए बुध उनके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। अब वे 17 जनवरी को मीन राशि के आर्थिक लाभ के एकादश भाव में अस्त होंगे। इसलिए इस दौरान निवेश से जुड़े किसी ही गलत फैसले से आपकी आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। ऐसे में इस समय कोई भी निवेश करने से अभी परहेज करें।
साथ ही एकादश भाव में बुध का अस्त होना कुछ जातकों को उनके वैवाहिक जीवन में अशांति उत्पन्न कर सकता है। जिसके परिणामस्वरूप आपके और जीवनसाथी के बीच किसी प्रकार की कोई गलतफहमी भी पैदा हो सकती है। इसलिए इन विपरीत परिस्थितियों से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका अपने संवाद में पारदर्शिता लाना और एक-दूसरे के दृष्टिकोण को सही से समझने की कोशिश करते हुए उन्हें अपने दिल की बात कहना ही आपके लिए उचित रहेगा।
उपाय- छोटे बच्चों को कोई हरी वस्तु उपहार में दें।
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