बुध कुंभ राशि में अस्त 18 March 2022 होने से आप की राशि में देंगे बड़े-बड़े बदलाव
बुध कुंभ राशि में अस्त 18 March 2022 होने से आप की राशि में देंगे बड़े-बड़े बदलाव https://jyotishwithakshayji.blogspot.com/2022/03/18-march-2022.html |
बुध ग्रह को देवताओं का दूत माना जाता है और यह सभी 12 राशियों में से 2 राशियों यानी मिथुन राशि और कन्या राशि का शासक स्वामी भी है। बुध ग्रह अन्य सभी ग्रहों के मुकाबले सबसे तेज गति से चलने वाला और सबसे फुर्तीला ग्रह माना जाता है। यह केवल 88 दिनों में सूर्य की परिक्रमा पूरी कर लेने वाला सबसे तेज ग्रह भी माना गया है।
ज्योतिष में बुध ग्रह को तीसरे घर का शासक भी कहा जाता है और यह व्यक्ति के दिन प्रतिदिन के संबंधों और भावों को नियंत्रित करता है। बुध ग्रह मानसिकता, संचार, तर्कसंगतता, तर्क, सोच पैटर्न, परिवर्तनशीलता और अनुकूलन क्षमता के सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करता है। यह शिक्षा और स्कूली शिक्षा, भाई-बहन और चचेरे भाई, छोटी दूरी और परिवहन, संदेश और संचार के अन्य रूपों जैसे ईमेल, टेलीफोन, पोस्ट, पत्र आदि को भी नियंत्रित करता है।
ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले बुध 6 मार्च को दोपहर 11 बजकर 19 मिनट पर मकर राशि की यात्रा समाप्त करके कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 24 मार्च तक गोचर करेंगे उसके बाद मीन राशि में चले जाएंगे। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध मीन राशि में नीच राशिगत तथा कन्या राशि में उच्च राशिगत संज्ञक माने गए हैं। इनके राशि परिवर्तन का सर्वाधिक प्रभाव विद्यार्थी,युवाओं,बैंकिंग सेक्टर तथा न्याययिक क्षेत्रों पर पड़ता है।
कुंडली में बुध ग्रह यदि अनुकूल स्थिति में मौजूद है तो उसे व्यक्ति चतुर, व्यवसायिक दिमाग वाला, गणितीय कौशल, और ज्ञान का धनी होता है। इसके विपरीत यदि बुध ग्रह कुंडली में प्रतिकूल स्थिति में है तो इससे व्यक्ति को भाषण संबंधित समस्याओं, समझने की खराब शक्ति, जीवन में नीरसता, और संचार समस्या आदि का सामना करना पड़ता है।
बुध कुम्भ में अस्त: इसका अर्थ और समय
बुध ग्रह जब सूर्य के दोनों तरफ से 14 डिग्री के भीतर आगे की गति में होता है तो इसे अस्त कहते हैं। कुंभ राशि में बुध 18 मार्च, 2022 को 16:06 पर अस्त हो जाएगा। इसके बाद 8 अप्रैल, 2022 को बुध वापस अपनी सामान्य अवस्था में आ जाएगा।
बुध के इस अस्त होने का सभी 12 राशियों के जातकों पर अवश्य अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलेगा। तो आइये आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं बुध अस्त का सभी 12 राशियों पर क्या कुछ प्रभाव पड़ेगा और इससे बचने के लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
बुध अस्त राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और यह उनके ग्यारहवें भाव में अस्त होगा।
करियर के लिहाज से देखें तो इस दौरान आपको नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे लेकिन हो सकता है कि आय बहुत अधिक संतोषजनक न हो। साथ ही कार्यस्थल के ठीक-ठाक माहौल के बावजूद आपको अपने ऊपर नौकरी का दबाव महसूस हो सकता है। हालांकि आप अपनी कड़ी मेहनत व लगन से ऐसी परिस्थितियों को दूर करने तथा महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सक्षम रहेंगे।
वहीं व्यापार जगत से जुड़े जातकों के लिए यह अवधि तुलनात्मक रूप से अनुकूल सिद्ध होगी। आप अच्छी कमाई कर सकेंगे लेकिन आपको यह सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने मौजूदा व्यवसाय का विस्तार न करें और न ही किसी नए व्यापार में शामिल हों। यदि आप साझेदारी के व्यवसाय में हैं तो आपको अपने साझेदार का पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
आर्थिक रूप से देखें तो इस दौरान धन लाभ के साथ-साथ धन की बचत भी संभव होगी। साथ ही हो सकता है कि आप अपनी कमाई को पूर्ण रूप से उपयोग न कर पाएं चूंकि आपको अपने परिवार के लिए धन ख़र्च करना पड़ सकता है। हालांकि इन सब के बावजूद स्थितियों को संभालने एवं अच्छे ढंग से काम करने में सफलता प्राप्त करेंगे।
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए बुध का सौम्य प्रभाव कई अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएगा। स्वास्थ्य विशेष करके पेट संबंधी विकार से बचें। यात्रा सावधानीपूर्वक करें। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से मतभेद न होने दें। कार्य व्यापार की दृष्टि से ग्रह गोचर उत्तम रहेगा। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय अति अनुकूल रहेगा।
स्वास्थ्य के लिहाज से इस अवधि में कंधों में दर्द से पीड़ित हो सकते हैं। ऐसे में आपको अपने स्वास्थ्य का बेहद ख़्याल रखना होगा।
उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है और यह उनके दसवें भाव में अस्त होगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो इस दौरान आप अपनी नौकरी में व्यस्त नज़र आएंगे। इस समय आपको अपनी नौकरी के सिलसिले से कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं तथा यह यात्राएं आपके लिए फलदायी सिद्ध होंगी। आशंका है कि इस अवधि में आपके सहकर्मी आपके लिए बाधा खड़ी करने का प्रयास कर सकते हैं तथा आपके वरिष्ठ भी अधिक सहयोगी नहीं रहेंगे। ऐसे में आपको थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। यदि आप विदेश में नौकरी करते हैं तो आपके करियर का विकास अच्छा रहेगा।
यदि आप किसी व्यवसाय के स्वामी हैं तो इस दौरान अपेक्षा से कम लाभ प्राप्त होने की संभावना है। साथ ही आपको अपने साझेदार के साथ कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि आप अपनी बुद्धि और सूझबूझ से स्थितियों पर नियंत्रण बनाने की स्थिति में होंगे।
आर्थिक रूप से देखें तो सामान्य आमदनी की बजाय शेयर और विरासत आदि से लाभ होने की संभावना अधिक है। साथ ही पेशे के माध्यम से अतिरिक्त प्रोत्साहन, बोनस जैसे लाभ प्राप्त हो सकते हैं।
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हैं बुध मान-सम्मान तथा पद और गरिमा की वृद्धि कराएंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। प्रतियोगिता में अच्छी सफलता मिलेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। कार्य बाधाएं दूर होंगी।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो परिवार के सदस्यों के साथ संबंध में बहस या नोक-झोंक हो सकती है। ऐसे में आपको अपने परिवार के लोगों से बातचीत करते समय सावधान रहने की आवश्यकता होगी। वहीं दूसरी तरफ़ जीवनसाथी के साथ आपके संबंध बेहतर होते दिखेंगे चूंकि आप अपने साथी को मनाने में कामयाब होंगे।
स्वास्थ्य के लिहाज से आंखों से जुड़ी कोई स्वास्थ्य समस्या आपको परेशान कर सकती है इसलिए अपनी आंखों का विशेष रूप से ख़्याल रखें।
उपाय: बुधवार के दिन बुध के लिए यज्ञ करें।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध प्रथम/लग्न और चौथे भाव का स्वामी है और यह उनके नौवें भाव में अस्त होगा। इस दौरान आप किसी लंबी तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं।
पेशेवर जीवन की बात की जाए तो आपको अपने काम में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही अन्य समस्याओं जैसे कि काम का अत्याधिक दबाव तथा सहकर्मियों से परेशानी आदि से भी गुज़रना पड़ सकता है। हालांकि स्थितियों को काबू करने में आप सक्षम रहेंगे। इसके अलावा नौकरी के नए अवसर मिलने की भी संभावना है।
व्यवसायी लोगों को औसत रूप से लाभ की प्राप्ति हो सकती है। हो सकता है कि आपको विदेश से बिजनेस मिल रहा हो और सिर्फ़ यदि मददगार हो। ऐसे में यदि आप अपने व्यवसाय का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं तो यह एक ग़लत कदम हो सकता है, ऐसा न करने की सलाह दी जाती है। भाग्य के भरोसे न बैठते हुए कड़ी मेहनत करें और यही आपके लिए सफलता प्राप्त करने का एकमात्र रास्ता होगा। आप अपनी कड़ी मेहनत और बुद्धि से परिस्थितियां अपने अनुकूल कर सकते हैं।
आर्थिक रूप से देखें तो आमदनी के साथ-साथ अधिक ख़र्च संभव होंगे। दूसरे शब्दों में कहें तो जैसे-जैसे आप लाभ अर्जित करेंगे वैसे-वैसे आपके ख़र्चों में इज़ाफ़ा होगा। ऐसे में भविष्य के लिए धन संचित करना अति आवश्यक होगा।
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए बुध धर्म और अध्यात्म संबंधी मामलों में रुचि बढ़ाएंगे। धार्मिक संस्थाओं तथा अनाथालय आदमी हिस्सा लेंगे। बढ़-चढ़कर दानपुण्य करेंगे। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग। विदेश यात्राके लिए वीजा आदि का आवेदन भी करना चाह रहे हों तो उसे दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी।
स्वास्थ्य के लिहाज से मानसिक तनाव और चिंता जैसी समस्याएं आपको घेर सकती हैं। बेहतर होगा कि ध्यान करने जैसी आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार "ॐ नमो नारायण" का जाप करें।
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी है और यह उनके आठवें भाव में अस्त होगा। इसके कारण आपको विरासत, सट्टा बाज़ार (शेयर बाज़ार, स्टॉक मार्केट) आदि के माध्यम से लाभ अर्जित करने के अवसर मिलेंगे। साथ ही विदेश यात्रा के भी योग बनेंगे।
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। स्वास्थ्य विशेष करके पेट संबंधी विकार,चर्म रोग तथा दवाओं के रिएक्शन से सावधान रहना पड़ेगा। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। बेहतर रहेगा कि कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं। अत्यधिक खर्च के कारण भागदौड़ और आर्थिकतंगी का सामना करना पड़ सकता है,विवादों से भी दूर रहें।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो नौकरी के सिलसिले से विदेश यात्रा पर जाने का अवसर प्राप्त हो सकता है और ऐसी यात्रा आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगी। इस अवधि में आपकी पदोन्नति होने के भी योग बन रहे हैं।
यदि आप व्यवसाय चला रहे हैं तो यह अवधि आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगी तथा आप कुछ नई डीलिंग्स भी कर सकते हैं। यदि आप साझेदारी के व्यवसाय में हैं तो साझेदार की तरफ़ से आपको पूरा सहयोग प्राप्त होगा, जिसके परिणामस्वरूप आपका व्यवसाय फलता-फूलता नज़र आएगा।
आर्थिक रूप से धन का प्रवाह अच्छा रहेगा। ऐसे में धन की बचत करना भी संभव होगा। इस दौरान आप कोई संपत्ति ख़रीदने और आध्यात्मिक गतिविधियों पर धन ख़र्च कर सकते हैं।
व्यक्तिगत जीवन के लिहाज से देखें तो संचार में कमी के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में मतभेद पैदा हो सकते हैं। वहीं स्वास्थ्य की बात करें तो भूख न लगने की वजह से आपको पाचन संबंधी समस्याओं से गुज़रना पड़ सकता है। ऐसे में आपको अपने खानपान के प्रति अधिक सावधान रहने की ज़रूरत पड़ेगी।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार "ॐ दुर्गाय नमः" का जाप करें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और यह उनके सातवें भाव में अस्त होगा।
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए बुध उतार-चढ़ाव के बावजूद दांपत्य जीवन में मधुरता लाएंगे। शादी-विवाह से संबंधित वार्ता भी सफल रहेगी। ससुराल पक्ष से सहयोग के योग। आय के साधन बढ़ेंगे। जो लोग नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे थे वही मदद के लिए आगे आएंगे। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ने के योग।
पेशेवर रूप से इस दौरान विदेश में नौकरी मिलने की संभावना है। आप अपने करियर में प्रगति करेंगे। साथ ही सहकर्मियों एवं वरिष्ठों का भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो आप बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। आपका व्यावसायिक ज्ञान बेहतर होगा, परिणामस्वरूप आप अपने व्यवसाय से अच्छा लाभ अर्जित करेंगे।
आर्थिक रूप से देखें तो थोड़ी देरी का सामना करने के बाद आपको अच्छा धन लाभ होने वाला है। साथ ही धन की बचत कर पाना भी आपके लिए संभव होगा।
व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ संबंध में बहस और नोक-झोंक हो सकती है। वहीं स्वास्थ्य की बात करें तो स्वास्थ्य आपका बेहतर रहेगा लेकिन फिर भी ध्यान एवं योग करना आपके लिए वरदान साबित होगा।
उपाय: मंगलवार के दिन केतु के लिए यज्ञ करें।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध प्रथम/लग्न और दसवें भाव का स्वामी है और यह उनके छठे भाव में अस्त होगा।
राशि से छठे शत्रुभाव में गोचर करते हुए बुध स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालेंगे। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें क्योंकि दिया नया धन समय पर नहीं मिलेगा। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें। कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी आपस में सुलझा लेना समझदारी रहेगी। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस के लिए आवेदन सफल होने के योग।
पेशेवर रूप देखा जाए तो इस दौरान नौकरी में अचानक बदलाव या स्थानांतरण संभव हो सकता है। साथ ही आप कुछ महत्वपूर्ण कार्यों को लेकर बहुत अधिक व्यस्त हो सकते हैं।
यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो हो सकता है कि आपको अपनी उम्मीद के अनुसार लाभ न प्राप्त हो या फिर जो लाभ आपको होने वाला हो वह तुरंत न प्राप्त हो, थोड़ी देर से मिले। इस दौरान आपको व्यवसाय के कुछ नए अवसर भी मिल सकते हैं।
आर्थिक रूप से देखें तो आपके ख़र्चों में वृद्धि होने की संभावना अधिक है। ऐसे में धन की बचत कर पाना आपके लिए मुश्किल साबित होगा। हो सकता है कि आपके ख़र्चे भी पूरे न हो पाएं और यह आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है।
व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ आपका व्यवहार अच्छा रहेगा लेकिन आपसी समझ में कुछ गड़बड़ी हो सकती है। वहीं स्वास्थ्य के लिहाज से पैरों में दर्द और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। ऐसे में योग, व्यायाम तथा ध्यान करना आपके लिए बेहतर रहेगा।
उपाय: गुरुवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए तेल का दीपक/दीया जलाएं।
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें और बारहवें भाव का स्वामी है और यह उनके पांचवें भाव में अस्त होगा। इसके कारण आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर रहेगा।
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए बुध कार्य व्यापार में अधिक सफलता दिलाएंगे भाग्योन्नति तो होगी ही आपके द्वारा लिए गए निर्णय किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। सामाजिक पदप्रतिष्ठा बढ़ेगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए समय बेहद अनुकूल रहेगा। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। संतान संबंधी चिंता दूर होगी। नवदंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति के योग।
पेशेवर रूप से देखें तो इस दौरान नौकरी के सिलसिले से आपको अधिक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। साथ ही आपको विदेश में नौकरी करने के अवसर भी मिल सकते हैं।
यदि आप किसी व्यवसाय के स्वामी हैं तो आप इस अवधि में अच्छा लाभ अर्जित कर सकेंगे। यदि आप विदेश से संबंधित किसी व्यवसाय में हैं तो यह अवधि आपके लिए अधिक फ़ायदेमंद साबित होने वाली है। साथ ही व्यवसाय के संबंध में कुछ यात्राएं भी संभव होंगी।
आर्थिक रूप से धन का प्रवाह बहुत अच्छा रहेगा, जिससे कि धन की बचत संभव होगी। धन की बचत करने के कई अवसर भी मिलेंगे।
व्यक्तिगत जीवन काफ़ी ख़ुशहाल रहेगा। जीवनसाथी एवं परिवारजनों के साथ आपके संबंध मधुर रहेंगे। वहीं स्वास्थ्य की बात करें तो आप बेहतर स्वास्थ्य का अनुभव करेंगे लेकिन आपको बेचैनी की शिकायत हो सकती है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि योग एवं ध्यान करने जैसी आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और ख़ुद का ख़्याल रखें।
उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और यह उनके चौथे भाव में अस्त होगा।
राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए बुध सामान्य फलकारक ही रहेंगे। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन का क्रय भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। मित्रों तथा संबंधियों से भी सुखद समाचार प्राप्ति के योग। यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं। उच्च अधिकारियों से संबंध बढ़ेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो इस दौरान आपको अपने कार्यक्षेत्र में अधिक संतुष्टि नहीं मिल सकेगी। वहीं दूसरी ओर इसी समय में आपको नौकरी के सिलसिले से विदेश यात्रा पर जाना पड़ सकता है लेकिन यह स्थिति ज़्यादा समय के लिए नहीं होगी।
यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो आप इस अवधि में कुछ अच्छे व्यावसायिक संबंध स्थापित करेंगे, जो आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। हालांकि यह समय किसी नए व्यापार में प्रवेश करने के लिहाज से उचित नहीं है चूंकि ऐसी आशंका है कि नए व्यापार से आपको ज़्यादा लाभ नहीं प्राप्त होगा।
आर्थिक दृष्टिकोण से आय और व्यय दोनों बराबर चलते रहेंगे। यदि आप कृषि से जुड़े हैं तो आपको इसके माध्यम से लाभ होने की संभावना अधिक है। कुल मिलाकर इस दौरान आप अपनी आर्थिक स्थिति को उच्च स्तर पर नहीं देख सकेंगे, मध्यम रूप से सब कुछ चलता रहेगा।
व्यक्तिगत जीवन के लिहाज से आप अपनी सुख-सुविधाओं में वृद्धि करते नज़र आएंगे। वहीं दूसरी ओर कुछ विवादों के कारण परिवार के साथ आपके संबंधों में समस्या आ सकती है। स्वास्थ्य की बात करें तो इस अवधि में आपको तंत्रिका तंत्र से जुड़ी किसी समस्या, सर्दी-जुकाम और एलर्जी आदि का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ख़्याल रखना आपके लिए ज़रूरी होगा।
उपाय: 5 बार "ॐ बुधाय नमः" का जाप करें।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव का स्वामी है और यह उनके तीसरे भाव में अस्त होगा।
राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव सामान्य ही रहेगा। यह भी हो सकता है कि आप पर आलस्य हावी हो किंतु इसे ग्रह योग समझकर बढ़ने न दें । परिवार के वरिष्ठ सदस्यों को छोटे भाइयों से मतभेद और अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न न होने दें। धर्म और आध्यात्म के प्रति गहरी रूचि रहेगी। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो इस दौरान नौकरी के सिलसिले से यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और यह यात्राएं आपके करियर के लिए फलदायी सिद्ध होंगी। साथ ही इस अवधि में आपको अपने सहकर्मियों एवं वरिष्ठों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी के नए अवसर भी मौजूद होंगे।
यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो यह अवधि आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगी। इस दौरान आप अपने व्यवसाय की प्रगति के लिए कुछ ज़रूरी यात्राएं कर सकते हैं। साथ ही आपको व्यवसाय करने के नए अवसर भी मिलेंगे।
आर्थिक रूप से आपको अपनी आमदनी और ख़र्चों का सही ढंग से प्रबंधन करने की आवश्यकता होगी। हालांकि किसी विदेश यात्रा के माध्यम से धन की बचत करने के मौके आपके हाथ लग सकते हैं।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो भाई-बहनों के साथ आपके संबंधों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। वहीं दूसरी ओर संचार में कमी कर कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में मतभेद पैदा होने की आशंका है।
स्वास्थ्य के लिहाज से इस दौरान आपकी आंखों में खिंचाव तथा जलन की समस्या हो सकती है। ऐसे में आपको अपनी आंखों का अधिक ख़्याल रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: गुरुवार के दिन निर्धन लोगों को भोजन दान करें।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नौवें भाव का स्वामी है और यह उनके दूसरे भाव में अस्त होगा। इसके कारण आपको अपने पिता से पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
राशि से द्वितीय धनभाव में गोचर करते हुए बुध आपका आर्थिक पक्ष मजबूत करेंगे। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। किसी भी तरह के नए कार्य-व्यापार का आरंभ करना हो अथवा नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रह अनुकूल रहेंगे। अपनी उर्जाशक्ति तथा वाणी कुशलता के बलपर कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से नियंत्रण पा लेंगे।
पेशेवर रूप से देखें तो इस दौरान आपको नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे, जो आपके लिए काफ़ी संतोषजनक साबित होंगे। साथ ही कार्यस्थल पर कड़ी मेहनत करने के लिए आपको एक अलग पहचान हासिल होगी।
यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो आपको अपने सभी प्रयासों में सफलता लाभ के रूप में प्राप्त होगी। साथ ही आपके लिए यह अवधि व्यवसाय की प्रगति के लिहाज से अनुकूल सिद्ध होगी।
आर्थिक रूप से बेहतर कमाई और धन की बचत दोनों संभव होंगे। साथ ही अतिरिक्त प्रोत्साहन एवं सुविधाएं भी आपके भाग्य में होंगी।
व्यक्तिगत जीवन में परिवारजनों एवं जीवनसाथी के साथ आपके संबंध सौहार्दपूर्ण रहेंगे। वहीं स्वास्थ्य के लिहाज से मानसिक तनाव के अलावा कोई भी बड़ी स्वास्थ्य समस्या न होने के संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में आपके लिए बेहतर होगा कि योग व ध्यान करें।
उपाय: हनुमान जी की पूजा करे
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव का स्वामी है और यह आपके प्रथम/लग्न भाव में अस्त होगा। इसके कारण आपका झुकाव अध्यात्म की चीज़ों की ओर अधिक होगा।
आपकी राशि में गोचर करते हुए बुध ऊर्जावान बनाएंगे। एक बार जो ठान लेंगे उसे पूरा करके ही छोड़ेंगे। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के सरकारी टेंडर का आवेदन करना हो तो भी ग्रह बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। शादी विवाह से संबंधित वार्ता सफल रहेगी। संतान संबंधी चिंता में भी कमी आएगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए ग्रह और अनुकूल रहेंगे।
पेशेवर रूप से कार्यस्थल का माहौल आपके लिए अनुकूल रहेगा। साथ ही नौकरी के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
यदि आप किसी व्यवसाय के स्वामी हैं तो इस अवधि में आप अपने मनमुताबिक लाभ अर्जित कर सकेंगे। साथ ही आप अपनी बुद्धि से कुछ नई व्यावसायिक तकनीकों का पता लगाने में कामयाब होंगे।
आर्थिक रूप से अच्छी कमाई एवं धन की बचत संभव हो सकेगी। साथ ही विरासत के माध्यम से लाभ होने के योग बन रहे हैं। इसके अलावा कड़ी मेहनत के ज़रिए अतिरिक्त प्रोत्साहन भी हासिल होगा।
व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ आपके संबंध मधुर रहेंगे, जिससे आपके बीच प्रेम व आपसी समझ में वृद्धि होगी। वहीं आपका उत्तम स्वास्थ्य इस समय के दौरान आपकी ख़ुशियों में चार चाँद लगाएगा।
उपाय: प्रतिदिन 21 बार "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव का स्वामी है और यह उनके बारहवें भाव में अस्त होगा।
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए बुध आपको अत्यधिक भागदौड़ का सामना करवाएंगे। अधिक खर्च के कारण आर्थिक तंगी भी आ सकती है। यात्रा सावधानीपूर्वक करें। वाहन दुर्घटना से बचें। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है। विवादों से दूर रहें,कोर्ट-कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो इस दौरान कार्यस्थल का माहौल थोड़ा अस्त-व्यस्त हो सकता है, जिसके कारण आपको नौकरी का दबाव महसूस हो सकता है। हालांकि नौकरी का दबाव महसूस होने के बावजूद आपको अपनी मेहनत के लिए एक अलग नाम हासिल होगा चूंकि आप अपने कौशल का विकास करने में सक्षम होंगे।
यदि आप व्यापार करते हैं तो इस दौरान आपको विदेश में व्यापार करने के मौके मिल सकते हैं और इस तरह की नई शुरुआत आपके लिए फलदायी सिद्ध होगी।
आर्थिक रूप से देखें तो आप विदेश से लाभ कमाने में सक्षम होंगे। साथ ही धन की बचत करने के अवसर भी प्राप्त होंगे। इसके अलावा आप इस दौरान कोई संपत्ति ख़रीदने और किसी व्यापार में भी निवेश कर सकते हैं।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो आपको अपने परिवार के सदस्यों के साथ संबंध में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर आपसी समझ में कमी के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाए तो मानसिक तनाव के कारण आपको पीठ दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सावधान रहने तथा योग, ध्यान आदि करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन 21 बार "ॐ गुरुवे नमः" का जाप करें।
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