G-B7QRPMNW6J मंगल के वृषभ राशि में गोचर के कारण लायेगा जीवन में भूचाल राहत पाने हेतु करे ये उपाए
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मंगल के वृषभ राशि में गोचर के कारण लायेगा जीवन में भूचाल राहत पाने हेतु करे ये उपाए

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मंगल के वृषभ राशि में गोचर के कारण लायेगा जीवन में भूचाल राहत पाने हेतु करे ये उपाए 

मंगल के वृषभ राशि में गोचर के कारण लायेगा जीवन में भूचाल राहत पाने हेतु करे ये उपाए
मंगल के वृषभ राशि में गोचर के कारण लायेगा जीवन में भूचाल राहत पाने हेतु करे ये उपाए 


जिन लोगों की कुंडली में मंगल कमज़ोर होता है, वह लोग अक्सर गुस्सैल और क्रोधी स्वभाव के होते हैं। इसी तरह, जिन जातकों की कुंडली में मंगल की स्थिति अनुकूल होती है, वे लोग साहसी, ऊर्जा से भरे और कार्यों या चीज़ों को व्यवस्थित करने में कुशल होते हैं।

मंगल का वृषभ राशि में गोचर: तिथि और समय

ज्योतिष में मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी माना गया है और अगर यह किसी जातक की कुंडली में 10वें भाव में बैठे हो, तो शुभ परिणाम प्रदान करते हैं। यह ग्रह सिंह और कर्क राशि के लिए बेहद फलदायी है।     

मंगल ग्रह अपनी स्वयं की राशि मेष से वृषभ राशि में गोचर करेंगे। यह गोचर 10 अगस्त, बुधवार को प्रातः 8 बजकर 40 मिनट पर होगा। मंगल का राशि परिवर्तन 12 राशियों के लोगों के जीवन में कई परिवर्तन लेकर आएगा। मंगल का अपनी शत्रु राशि पर गोचर करने से अपनी मेष राशि में अधिक भूचाल लायेगा | लेकिन अपनी दूसरी राशि वृश्चिक राशि पर दृस्थी होने के कारण कुछ बचाव हो सकता है |

यह गोचर यदि आप अपनी जन्म कुंडली के अनुसार देखते है तो आप और भी सही निर्णय ले सकते है |

इन उपायों से करें मंगल ग्रह को मज़बूत

मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों और नकारात्मक परिणामों को दूर करने के लिए नीचे दिए उपायों को करना लाभकारी साबित होगा।

मंगलवार को मंगल ग्रह का दिन माना गया है इसलिए इस दिन मंगल का पूजन करें।

आपके लिए मंगल स्त्रोत का पाठ करना फलदायी रहेगा।

यदि संभव हो, तो मंगल को मज़बूत करने के लिए मंगलवार के दिन उपवास करना चाहिए।

इस दिन के अधिपति देवता कार्तिकेय और हनुमान जी की पूजा करें।

मंगलवार के दिन लाल मसूर की दाल का दान करना उत्तम होता है। 

मंगल का वृषभ राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव एवं उपाय

मेष

इस दौरान आप स्वभाव से मुखर होंगे, जो कि हो सकता है कि अन्य लोगों को पसंद न आए। साथ ही परिवारजनों को भी यह अच्छा नहीं लग सकता है। आपके दूसरे में आठवें भाव के स्वामी का गोचर आपकी आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने ख़र्चों और निवेशों को लेकर सचेत रहें। मंगल के वृषभ राशि में गोचर की यह अवधि छात्रों के लिए अनुकूल सिद्ध होगी चूंकि पांचवें भाव में मंगल की दृष्टि पड़ रही है। ऐसे में मेष राशि के छात्र अपनी पढ़ाई में अधिक ऊर्जावान रहेंगे तथा अपने कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकेंगे।

विवाहित जातकों को इस अवधि में अपने ससुराल पक्ष से पूरा सहयोग व समर्थन प्राप्त होगा। साथ ही वे किसी तीर्थ यात्रा पर जाने की योजना भी बना सकते हैं।

उपाय: प्रतिदिन 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।

वृषभ

इस दौरान विदेशी सरज़मीं से कुछ नए अवसर प्राप्त होने की संभावना अधिक रहेगी। चौथे भाव में मंगल की दृष्टि माता जी के साथ आपके बंधन में मज़बूती लाएगी और आपको उनकी तरफ़ से पूरा सहयोग प्राप्त होगा। इस गोचर काल में किसी संपत्ति की ख़रीद व बिक्री से भी लाभ होने की संभावना है लेकिन चूंकि मंगल आपके बारहवें भाव यानी कि व्यय एवं हानि के भाव का स्वामी है, ऐसे में आपको किसी भी प्रकार का सौदा या लेन-देन करते वक़्त अधिक सावधान रहने की आवश्यकता होगी। इस गोचर काल में एकल जीवन व्यतीत कर रहे लोगों को अपना हमसफ़र मिल सकता है। वहीं विवाहित लोगों को अपने जीवनसाथी की ओर से पूरा सहयोग प्राप्त होगा क्योंकि मंगल अपने भाव पर दृष्टि डाल रहा है। इस दौरान यात्रा करते वक़्त अधिक सतर्कता बरतें चूंकि आठवें भाव में मंगल की दृष्टि के कारण आपको कुछ अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय: माँ दुर्गा को लाल रंग के पुष्प अर्पित करें।

मिथुन

इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके बारहवें भाव यानी कि व्यय, हानि और विदेश यात्रा के भाव में गोचर करेगा। आपके तीसरे भाव में मंगल की चतुर्थ दृष्टि होने के कारण आपको अपने भाई-बहनों से पूरा सहयोग प्राप्त होगा। इस दौरान आप अपने शौक जैसे कि खाना पकाना, मार्शल आर्ट्स जैसी चीज़ों पर धन ख़र्च कर सकते हैं। यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं तो इस अवधि में ज़रा भी लापरवाही न करते हुए तुरंत चिकित्सक से इलाज कराएं।

आठवें भाव के साथ-साथ मंगल की दृष्टि आपके सातवें भाव यानी कि साझेदारी एवं विवाह के भाव पर भी है इसलिए आपको अपने जीवनसाथी के साथ संबंध में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में आपके लिए बेहतर होगा कि अपने जीवनसाथी के साथ शांतिपूर्ण ढंग से पेश आएं तथा विनम्रता के साथ चीज़ों को सुलझाने का प्रयास करें।

उपाय- प्रतिदिन सुबह भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।

कर्क

मंगल का यह गोचर आपकी इच्छाओं को पूर्ण करेगा तथा आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। कार्यस्थल पर आपको अपनी कड़ी मेहनत का सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा। यदि आप रियल एस्टेट, इंजीनियरिंग या डिफेंस आदि क्षेत्रों में कार्यरत हैं और आपका प्रमोशन काफ़ी समय से लंबित है तो इस गोचर अवधि में आपकी यह ख़्वाहिश पूरी होने की प्रबल संभावना है। मंगल के वृषभ राशि में गोचर की यह अवधि कर्क राशि के छात्रों के लिए अनुकूल सिद्ध होगी। वे इस दौरान एकाग्रचित्त होकर अपने विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। वहीं स्वास्थ्य की बात करें तो यदि आप किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो इस गोचर अवधि में आपको उससे निजात मिल सकता है।

उपाय: मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और मिठाई चढ़ाएं।

सिंह

इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके दसवें भाव यानी कि कर्म भाव में गोचर करेगा। जिसके कारण आपका पेशेवर जीवन लाभप्रद व आरामदायक रहेगा। साथ ही आधिकारिक पदों पर नए अवसर मिलने के योग बनेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य सेवा (सर्जन), रियल एस्टेट और सशस्त्र बल आदि से जुड़े जातकों को सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। आपके लग्न भाव पर मंगल की चतुर्थ दृष्टि आपके स्वास्थ्य तथा व्यक्तित्व में निखार लेकर आएगा। इस दौरान आप किसी प्रकार की शारीरिक गतिविधि में भी हिस्सा ले सकते हैं।

यह गोचर अवधि माता जी के साथ संबंधों में मधुरता लाएगी और आपको उनकी तरफ़ से पूरा सहयोग प्राप्त होगा। शिक्षा की बात करें तो इस दौरान सिंह राशि के छात्रों की पढ़ाई बाधित हो सकती है। ऐसे में उन्हें अपनी पढ़ाई की सही ढंग से योजना बनाते हुए ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पड़ सकती है। कुल मिलाकर मंगल का यह गोचर सिंह राशि के जातकों के लिए अनुकूल रहने वाला है।

उपाय: अपने दाहिने हाथ में तांबे का कड़ा पहनें।

कन्या

इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके नौवें भाव यानी कि पिता, गुरु, भाग्य और धर्म के भाव में गोचर करेगा। जिसके कारण आपको अपने पिता व गुरु की तरफ़ से अचानक कोई लाभ प्राप्त हो सकता है लेकिन उग्र स्वभाव के चलते आपकी उनसे नोक-झोंक भी हो सकती है।

बारहवें भाव पर मंगल की दृष्टि पड़ने से आपके ख़र्चों में अप्रत्याशित वृद्धि होने की संभावना है। वहीं तीसरे भाव पर मंगल की सातवीं दृष्टि छोटे भाई-बहनों के साथ आपके संबंध मजबूत करेगी तथा आपको उनकी ओर से पूरा सहयोग प्राप्त होगा। इसके अलावा चौथे भाव पर मंगल की आठवीं दृष्टि आपके घर की सुख-शांति भंग कर सकती है। यहां तक कि आपकी माता जी के स्वास्थ्य में गिरावट देखी जा सकती है। ऐसे में आपको उनका अधिक ख़्याल रखने तथा अच्छी देखभाल करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: मंदिर में गुड़ और मूंगफली की मिठाई दान करें।

तुला

 इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके आठवें भाव यानी कि दीर्घायु, अचानक घटनाओं और रहस्य के भाव में गोचर करेगा। तुला राशि के जातकों के लिए यह गोचर काल थोड़ा चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है चूंकि इस दौरान अचानक घटित होने वाली कुछ घटनाएं मानसिक तनाव का कारण बन सकती हैं। 

वहीं ग्यारहवें भाव में मंगल की चतुर्थ दृष्टि आपके लिए आर्थिक उतार-चढ़ाव का कारण बन सकती है। हालांकि दूसरे भाव पर मंगल की दृष्टि आपकी वाणी और भाषा शैली में सुधार करेगी लेकिन फिर भी आपको अपने से बड़ों व आधिकारिक लोगों से बातचीत करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। आपको यह भी सलाह दी जाती है कि आकस्मिक घटना से बचने के लिए यात्रा के दौरान अधिक सतर्क रहें।

उपाय: यदि स्वास्थ्य उत्तम हो तो रक्तदान करें। यदि आप स्वस्थ न हों तो मजदूरों को गुड़ और मूँगफली की मिठाई दान करें।

वृश्चिक

 इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके सातवें भाव यानी कि वैवाहिक सुख और साझेदारी के भाव में गोचर करेगा। आपके लिए यह गोचर अवधि पेशेवर रूप से अनुकूल सिद्ध होगी। वहीं व्यावसायिक साझेदारी भी सफल होगी यानी कि यदि आप साझेदारी में कोई व्यवसाय चला रहे हैं तो साझेदार का पूरा सहयोग प्राप्त होगा।

मंगल के वृषभ राशि में गोचर के प्रभावस्वरूप व्यक्तिगत जीवन में अहंकार और बहस के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में कुछ परेशानियां आ सकती हैं। ऐसे में आपको अपने वैवाहिक जीवन पर भी ध्यान देने की ज़रूरत होगी अन्यथा हालात बेकाबू हो सकते हैं।

उपाय: माँ लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें लाल रंग के पुष्प अर्पित करें।

धनु

इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके छठे भाव यानी कि रोग, प्रतिस्पर्धा और शत्रु के भाव में गोचर करेगा। स्वास्थ्य के लिहाज से यह अवधि आपको अनुकूल महसूस होगी चूंकि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता तथा शारीरिक शक्ति में सुधार होगा। इस दौरान आप अपने शत्रुओं व प्रतिद्वंदियों पर विजय प्राप्त करेंगे और वे किसी भी प्रकार से आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे।

जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। वे अच्छे अंकों के साथ अपनी परीक्षा में उत्तीर्ण हो सकते हैं।

इस दौरान आपका झुकाव धर्म से जुड़ी चीज़ों की ओर अधिक रहेगा। इसके अलावा विदेश यात्रा संभव हो सकती है। साथ ही ख़र्चों में वृध्दि हो सकती है।

उपाय: नियमित रूप से गुड़ का सेवन करें।

मकर

इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके पांचवें भाव यानी कि प्रेम, शिक्षा व संतान के भाव में गोचर करेगा। मकर राशि के छात्रों के लिए यह गोचर अवधि अनुकूल सिद्ध होगी चूंकि वे इस दौरान अधिक ऊर्जावान रहेंगे। ऐसे में अपनी इस ऊर्जा को सही दिशा में सदुपयोग करना फलदायी साबित होगा। शोध कर रहे या रहस्य विज्ञान का अध्ययन कर रहे लोगों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा चूंकि मंगल आठवें भाव पर भी दृष्टि डाल रहा है। इस दौरान दसवें और ग्यारहवें भाव पर मंगल की दृष्टि पेशेवर रूप से अनुकूल सिद्ध होगी। आपके ऊपर कार्यभार एवं ज़िम्मेदारियां तो होंगी लेकिन अच्छे काम के लिए आपको प्रोत्साहन भी दिया जाएगा। आप अपने सभी लक्ष्यों को पूरा करने में सफल होंगे। ऐसे में यदि आपकी पदोन्नति होने वाली है तो प्रबल संभावना है कि इस वक़्त आपकी यह मनोकामना भी पूरी होगी।

मंगल के वृषभ राशि में गोचर के दौरान आपको अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी चूंकि उनका व्यवहार आपके प्रति रूखा हो सकता है। ऐसे में उनके साथ खेलें, उनसे बात करें और उनकी हर चीज़ में मदद करें।

उपाय: किसी ज़रूरतमंद बच्चे को लाल रंग के वस्त्र दान करें।

कुंभ

इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके चौथे भाव यानी कि माता, गृहस्थ जीवन, भूमि, संपत्ति और वाहन के भाव में गोचर करेगा। छोटे भाई-बहनों के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे तथा आप उनके साथ अच्छा वक़्त बिताएंगे। यदि वे आपसे कहीं दूर रहते हैं तो वे आपसे मिलने आपके घर आ सकते हैं।

चौथा भाव आपकी माता जी का भी प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में आपकी माता जी थोड़ी उग्र हो सकती हैं। सातवें भाव पर मंगल की चतुर्थ दृष्टि जीवनसाथी के साथ आपके बंधन मज़बूत करेगी तथा आपको उनकी तरफ़ से पूरा सहयोग प्राप्त होगा। इसके अलावा दसवें भाव पर मंगल की दृष्टि कार्यस्थल पर आपकी ज़िम्मेदारियां बढ़ा सकती है। हो सकता है कि कुछ महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने में आपकी सलाह या सुझाव लिए जाएं। कार्यक्षेत्र में बदलाव होने की भी संभावना है।

उपाय: अपनी माता जी को गुड़ की मिठाई उपहार में दें।

मीन

इस गोचर काल के दौरान मंगल आपके तीसरे भाव यानी कि भाई-बहन, शौक, लघु यात्रा और संचार कौशल के भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आप अपने शौक व रुचि के कार्यों की तरफ़ अधिक झुकाव महसूस करेंगे। आप स्वभाव से मुखर हो सकते हैं। छठे भाव पर मंगल की दृष्टि स्वास्थ्य के लिहाज से अनुकूल सिद्ध होगी। इस दौरान आप आपकी सहनशक्ति व ऊर्जा बढ़ेगी, जिसकी मदद से आप पुरानी बीमारी से निजात पा सकेंगे।

मंगल की दृष्टि आपके नौवें भाव पर भी पड़ रही है। ऐसे में आपका झुकाव आध्यात्मिकता व रहस्य विज्ञान की ओर अधिक रहेगा। यदि आप ज्योतिष विद्या का अभ्यास करने का विचार बना रहे हैं तो यह समय अच्छा है। आपको अवश्य ही सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।

उपाय: नियमित रूप से बजरंग बाण का पाठ करें। 

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