27 जनवरी 2022 का पंचांग और मुहूर्त
तिथि दशमी 02:16 AM, Jan 28 तक
नक्षत्र विशाखा 08:51 AM तक उसके बाद अनुराधा
पक्ष कृष्ण पक्ष
माह माघ
सूर्योदय 06:43 AM
सूर्यास्त 05:38 PM
चंद्रोदय 02:39 AM, Jan 28
चन्द्रास्त 12:42 PM
Auspicious Timings : आज का शुभ समय
जिसमे शुभ
मुहूर्त किया जा
सकता है। आज दिनांक बृहस्पतिवार 27 जनवरी
2022 का शुभ टाइम। अगर कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो
अभिजीत समय में करें। उसके बाद अन्य में कर सकते
हैं जब
अभिजीत का समय
नहीं हो तो।
अभिजीत मुहूर्त 11:49 AM से 12:33 PM
अमृत काल
मुहूर्त 09:30 PM से 10:59 PM
विजय
मुहूर्त 02:00 PM से 02:44
PM
गोधूलि
मुहूर्त 05:28 PM से 05:52
PM
सायाह्न
संध्या मुहूर्त 05:38 PM से 06:57
PM
निशिता
मुहूर्त 11:45 PM से 12:37
AM, Jan 28
ब्रह्म
मुहूर्त 04:58 AM, Jan 28 से 05:51
AM, Jan 28
प्रातः
संध्या 05:24 AM, Jan 28 से 06:43
AM, Jan 28
Inauspicious Timings : आज
का अशुभ
समय
जिसमे
शुभ
कार्य
नहीं
किया
जा सकता
है।
आज दिनांक
बृहस्पतिवार
27 जनवरी 2022 का अशुभ
दुष्टमुहूर्त 10:21:43 से 11:05:22 तक, 14:43:41 से 15:27:21 तक
कालवेला
/ अर्द्धयाम 16:11:01 से 16:54:41 तक
कुलिक 10:21:43 से 11:05:22 तक
यमघण्ट 07:27:03 से 08:10:43 तक
कंटक 14:43:41 से 15:27:21 तक
यमगण्ड 06:43:24 से 08:05:16 तक
राहुकाल 13:32:44 से 14:54:36 तक
गुलिक
काल 09:27:08 से 10:49:00 तक
भद्रा 03:28 PM से 02:16 AM, Jan 28
गण्ड मूल कोई नहीं है
विशेष मुहूर्त और योग : कुछ शुभ मुहूर्त होते हैं जैसे सर्वार्थसिद्धि,
अमृतसिद्धि, गुरुपुष्यामृत
और रविपुष्यामृत योग। जब किसी कार्य
को करना हो और मुहूर्त उस समय नहीं हो तो
इन विशेष योग या
महूर्त में शुभ कार्य किया जाता है। यदि सोमवार
के दिन रोहिणी,
मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा
तथा श्रवण नक्षत्र हो तो सर्वार्थसिद्धि योग
का निर्माण होता है। शुभ मुहूर्तों में
सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त माना जाता है-
गुरु-पुष्य योग। यदि गुरुवार को चन्द्रमा
पुष्य नक्षत्र में हो तो इससे
पूर्ण सिद्धिदायक योग बन जाता है। जब चतुर्दशी
सोमवार को
और पूर्णिमा या अमावस्या मंगलवार को हो तो
सिद्धिदायक मुहूर्त
होता है। आज का शुभ योग जिसमे कोई भी
मुहूर्त किया जा सकता
है। ये योग बहुत ही शुभ होते है किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए।
Shubh Muhurat – 27 January 2022
अभिजीत
मुहूर्त 11:49 AM से 12:33
PM
सर्वार्थ
सिद्धि योग 08:51 AM से 06:43
AM, Jan 28
अमृत
सिध्दि योग कोई नहीं है
रवि योग कोई नहीं है
द्विपुष्कर
योग कोई नहीं है
त्रिपुष्कर
योग कोई नहीं है
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