Dev Deepawali : इस महत्वपूर्ण पर्व पर करें ये अचूक उपाय होगी धन वर्षा पुरे होंगें रुके काम
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Dev Deepawali : इस महत्वपूर्ण पर्व पर करें ये अचूक उपाय होगी धन वर्षा पुरे होंगें रुके काम |
Dev Diwali 2022 Puja
Dev Diwali 2022 Puja: कार्तिक माह की पूर्णिमा पर देव दिवाली मनाई जाती है. कहते हैं इस दिन भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर का वध किया था इसलिए इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर देव स्वर्गलोक से पृथ्वी पर आते हैं. यह त्योहार मुख्य रूप से शिव की नगरी काशी में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
देव दिवाली 2022 मुहूर्त Dev Diwali 2022 Muhurat
कार्तिक पूर्णिमा तिथि शुरू -7 नवंबर 2022 को शाम 4 बजकर 15
कार्तिक पूर्णिमा तिथि समाप्त - 8 नवंबर 2022 को शाम 4 बजकर 31
देव दिवाली पूजा मुहूर्त - 5.14 - 07.49 (7 नवंबर 2022), पूजा अवधि - 02 घंटे 35 मिनट
देव दिवाली 2022 सामग्री (Dev Diwali Samagri)
एक चौकी, शिव-गणेश की मूर्ति, धूप, पंचामृत,
मिट्टी के 11 दीपक, जनेऊ, मौली, बेलपत्र, दूर्वा घास
तुलसी, इत्र, फल, फूल, मिठाई, हल्दी, कुमकुम, चंदन
गंगाजल, कपूर, पीतल का दीपक, कलश, अष्टगंध, दीप जलाने के लिए तेल
ताम्बूल - नारियल, पान, सुपारी, दक्षिणा, केला
काशी का है देव दिवाली से खास संबंध (Dev Diwali Importance in Kashi)
कार्तिक पूर्णिमा पर देशभर में प्रदोष काल में दीपदान किया जाता है लेकिन काशी में इस त्योहार का विशेष महत्व है. यहां संध्या के समय प्रतिदिन की तरह गंगा आरती होती है और लोग घाटों और सरोवरों के तट को सुंदर दीपों से रोशन करते हैं. पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव ने इस दिन त्रिपुरासुर राक्षस का संहार कर देवताओं को उसके अत्याचार से बचाया था. इस खुशी में सभी देवताओं ने काशी में दीप प्रज्वलित कर खुशियां मनाई थी. यही कारण है कि काशी में देव दिवाली परंपरागत तरीके से मनाई जाती है. मान्यता है कि देव दीपावली की रात भगवान शिव शंकर के साथ सभी देवी-देवता धरती पर आते हैं और दीप जलाकर खुशियां मनाते हैं। ऐसे में पूजा-पाठ के साथ-साथ अगर कुछ उपाय भी कर लिया जाए, तो देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार के दुख दूर होते हैं।
देव दीपावली के दिन करें ये अचूक उपाय बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा विवाह आदि रुके काम बनेगे
देव दिवाली के दिन एक आटे या मिट्टी का दीया लें और इसमें तेल या घी डालकर उसे प्रज्वलित करें। इसके बाद इस दीए में 7 लौंग डाल दें। ऐसा करने से घर में खुशहाली आएगी और दरिद्रता भी दूर होगी।
देव दिवाली के दिन सरोवर या फिर देव स्थान पर जाकर दीपदान करना चाहिए। मान्यता है कि इससे देवता प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन की समस्याओं का अंत होता है।
देव दिवाली के दिन रात में अपने घर में भी दीपावली की तरह दीप जलाने चाहिए। साथ ही घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों की तोरण लगानी चाहिए। मान्यता है कि इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर आपके घर में निवास हैं।
देव दिवाली के दिन भगवान विष्णु के चित्र या मूर्ति पर तुलसी के 11 पत्तों को किसी धागे की सहायता से बांध दें। ज्योतिष मन्यता है कि ऐसा करने से धन-संपत्ति से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी और घर में धन आगमन की राह खुलेगी।
यदि आप पैसों की किल्लत से जूझ रहे हैं तो आपको इस देव दीपावली पर भगवान श्री विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष रूप से उपासना करनी चाहिए. श्री हरि और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए देव दीपावली पर श्री सूक्त और विष्णु सहस्त्रनाम का विशेष रूप से पाठ करें और शाम के समय तुलसी जी के लिए शुद्ध देशी घी का दीया जलाएं.
यदि आप चाहते हैं कि आपके घर में धन-धान्य का भंडार हमेशा भरा रहे तो आपको देव दीपावली के दिन भगवान श्री विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करते समय पीले वस्त्र और 11 हल्दी लगी कौड़ियां चढ़ाएं. मान्यता है कि इस उपाय को करते जीवन में चमत्कारिक रूप से धन लाभ होता है.
यदि आप कर्ज के मर्ज से जूझ रहे हैं और धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं तो आपको देव दीपावली के दिन किसी पवित्र नदी में किसी पत्ते पर शुद्ध घी का दीया जलाकर प्रवाहित करें. मान्यता है कि इस उपाय को करने पर जीवन से जुड़ी आर्थिक दिक्कतें दूर होती हैं.
घर की नकारात्मक उजा्र को दूर करने और शुभ-लाभ की प्राप्ति के लिए देव दीपावली मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण लगाएं और पूरे घर में गंगा जल में हल्दी मिलाकर पानी छिड़कें.
शेयर मार्केट में जिनका धन डूब गया हो या प्रॉपर्टी खरीदने में दिक्कत आ रही हो तो आपको इन सब समस्याओं के लिए बस एक आसान सा उपाय करना होगा।
एक आटे या मि्टटी का दीपक लें और इसमें तेल या घी कुछ भी डाल लें। इसके बाद इस दीपक में 7 लौंग डाल दें। ध्यान रहे दीपक केवल मिट्टी या आटे का ही होना चाहिए।
समय का रखें विशेष ध्यान
देव दीपावली 29 नवंबर को है और इस दिन रात 12 बजे से पूर्णिमा लगेगी। इसलिए आप यह उपाय रात 12 बजे के बाद करें। यह दीपक आप घर के मुख्यद्वार पर रखें।
ऐसे जलाएं दीपक
मिट्टी या आटे का दिया ले कर उसमें घी या तेल डाल दें। इसमें मौली की बाती बना कर लगा दें। इसके बाद इसमें 7 लौंग डालें और 11 बार 'ऊं हीं श्रीं लक्ष्मीभयो नम:' का जाप कर लें। इसके बाद दिया मुख्यद्वार के गेट पर पूर्व दिशा में रख दें। ध्यान रहे कि दिया जब भी रखें उसके बाद कम से कम ये चार बजे तक जरूर जले।
विवाह में आ रही हैं अड़चनें तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन करें ये 10 अचूक उपाय
Kartik Purnima ke Din Shadi ke liye Upay
1.दीप दान करें
यदि आपके विवाह में देरी हो रही है या फिर कुछ अड़चनें आ रही हैं जैसे शादी तय होने के बाद भी नहीं हो पा रही है, तो आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक आसान उपाय आजमा सकते हैं। इस दिन आप घर के आस-पास किसी तालाब या नदी के पास दीपदान करें। इस दिन घर के कुछ मुख्य स्थानों पर भी दीपक प्रज्ज्वलित करें। इस दिन आप पूजा स्थान पर जरूर दीपक जलाएं। इस उपाय से जल्द ही शादी के योग बनेंगे।
2.तुलसी पूजन करें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी का पूजन जरूर करें। इस दिन किया गया तुलसी पूजन आपके जल्द ही शादी के योग बनाने में मदद करेगा। तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है और इसे विष्णु प्रिया के रूप में पूजा जाता है। तुलसी के पौधे को माता लक्ष्मी के रूप में पूजा जाता है। इसी वजह से यदि आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी का पूजन करेंगी तो माता लक्ष्मी की कृपा से जल्द ही विवाह के योग बनेंगे।
3.गंगाजल से स्नान
यदि आपकी शादी में बिना वजह अड़चनें आ रही हैं तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान करते समय पानी में गंगाजल (विवाह के लिए गंगाजल के उपाय) की कुछ बूंदें डालें और उससे स्नान करें। इस पानी से स्नान करने से आपके जीवन की कई समस्याएं दूर होती हैं। मुख्य रूप से इस उपाय से जल्द ही आपकी शादी के योग बनेंगे।
4.हल्दी का तिलक लगाएं
यदि आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी को हल्दी चढ़ाएंगी और हल्दी का तिलक माथे पर लगाएंगी तो आपका जल्द ही भाग्योदय होगा, यानी कि इस उपाय से आपकी जल्दी ही शादी के योग बनेंगे। इस दिन आप घर के मुख्य द्वार पर हल्दी से स्वास्तिक बनाएं।
5.तुलसी को श्रृंगार की सामग्री चढ़ाएं
कार्तिक के पूरे महीने में तुलसी का पूजन मुख्य रूप से मायने रखता है, लेकिन यदि आपके विवाह में देरी हो रही है तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन मुख्य रूप से तुलसी के पौधे में लाल चुनरी चढ़ाएं और श्रृंगार की सामग्री चढ़ाते हुए जल्दी शादी की प्रार्थना करें। ये उपाय जल्द ही आपके लिए विवाह के योग बनाएगा।
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6.विष्णु और लक्ष्मी जी का पूजन करें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु का पूजन माता लक्ष्मी के साथ जरूर करें। पूजन के दौरान भगवान से मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करें। इस उपाय से आपको बहुत जल्द लाभ होगा और शादी के योग बनेंगे।
7.माता पार्वती को सिंदूर चढ़ाएं
विवाह में आने वाली किसी भी बाधा को दूर करने के लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन माता पार्वती (माता पार्वती के मंत्र) को सिंदूर चढ़ाएं और उसका तिलक माथे पर लगाते हुए माता से सुख समृद्धि की प्रार्थना करें।
8.चंद्रमा को अर्घ्य दें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन यदि आप पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देंगी तो शादी में आने वाली कोई भी बाधा दूर हो जाएगी।
9.शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं
शादी में आने वाली किसी भी समस्या को दूर करने के लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और जल्दी ही विवाह की प्रार्थना करें। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव आपकी किसी भी प्रार्थना को जल्द ही स्वीकार करते हैं, इसलिए जल्दी ही आपकी मनोकामना भी पूर्ण होगी।
10.पीपल में दीपक जलाएं
यदि आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएंगी और रात में इसमें दीपक जलाएंगी तो आपकी जल्दी ही शादी के योग बनेंगे। कार्तिक पूर्णिमा के बाद से 11 शनिवार पीपल में दीपक प्रज्वलित करें।
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