Ahoi Ashtami 2023 Pujan Muhurat: इस वर्ष अहोई अष्टमी पूजन मुहूर्त और आप का व्रत रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा सफल
👉अहोई अष्टमी पर पूजन का समय
अहोई अष्टमी पर पूजन का समय शाम 5 बजकर 33 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 52 मिनट तक रहेगा यानी पूजन के लिए आपको सिर्फ 1 घंटा 19 मिनट का ही समय मिलेगा. साथ ही आज तारे दिखने का समय शाम 5 बजकर 58 मिनट रहेगा, इस समय व्रत का पारण किया जा सकता है.
👉अहोई अष्टमी वाले दिन रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग
साथ ही अहोई अष्टमी वाले दिन रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण भी होने जा रहा है, जिसमें अहोई माता का पूजन किया जा सकता है. इस शुभ योग में व्रत करने से महिलाओं को व्रत का संपूर्ण फल प्राप्त होता है और उनके बच्चे सदैव सुखी, संपन्न और दीर्घायु होते हैं। बच्चों की सभी इच्छाएं अहोई माता पूर्ण करती हैं और उन्हें एक सफल करियर की प्राप्ति होती है।
👉अहोई अष्टमी का शुभ मुहूर्त
कार्तिक मास की कृष्ण अष्टमी का आरंभ 4 नवंबर को आधी रात के बाद 12 बजकर 59 मिनट पर होगा। यानी कि 5 नवंबर की तिथि का आरंभ हो जाएगा और इसका समापन 5 नवंबर को आधी रात के बाद 3 बजकर 18 मिनट पर होगा। इस तरह उदया तिथि के नियमों के अनुसार महिलाओं को अहोई अष्टमी का व्रत 5 नवंबर को मिलेगा। पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 33 मिनट से 6 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। उसके बाद दिन महिलाएं शाम को तारों को अर्घ्य देने के बाद व्रत तोड़ पाएंगी।
👉अहोई अष्टमी पर व्रती महिलाएं भूलकर भी न करें ये कार्य
#.अहोई अष्टमी के दिन महिलाएं तांबे के लोटे से भूलकर भी अर्घ्य न दें। अर्घ्य देने के लिए स्टील या फिर चांदी के लोटे का प्रयोग करें।
#.अहोई अष्टमी के दिन व्रती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए और रात के समय भी जागकर भजन कीर्तन करना चाहिए।
#.अहोई अष्टमी के दिन व्रती महिलाओं को सुई, चाकू और अन्य नुकीली चीजों का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
#.अहोई अष्टमी पर रविवार होने के कारण तुलसी के पत्तों को भूलकर भी न तोड़ें।
अहोई अष्टमी के दिन महिलाएं भूलकर भी मिट्टी को न छुएं। इस दिन मिट्टी से जुड़ा कोई भी काम करने की मनाही होती है। ऐसा करने से बच्चों को नुकसान हो सकता है।
#.अहोई अष्टमी के दिन भूलकर भी किसी से झगड़ा न करें और न ही किसी प्रकार के अपशब्दों का प्रयोग करें।
#.अहोई अष्टमी के दिन पति-पत्नी मिलकर अहोई माता को सफेद फूल अर्पित करें। फिर शाम के समय तारों को अर्घ्य दें और फिर पूजा करें। ऐसा करने से अहोई माता प्रसन्न होती हैं और संतान को सुखी जीवन का आशीर्वाद देती हैं।
अहोई अष्टमी पर करें ये उपाय -
घर में तुलसी का पौधा लगाएं
अहोई अष्टमी के दिन अपने घर में तुलसी का पौधा लगाएं (रविवार को छोड़कर) l रोजाना इसकी विधि पूर्वक पूजा-अर्चना करें। ऐसा करने से संतान के जीवन में खुशहाली आती है।
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