G-B7QRPMNW6J Aaj ka Vedic Panchang: जाने अपने कार्य के लिये आज के शुभ मुहूर्त राहुकाल नक्षत्र और होलाष्टक आदि
You may get the most recent information and updates about Numerology, Vastu Shastra, Astrology, and the Dharmik Puja on this website. **** ' सृजन और प्रलय ' दोनों ही शिक्षक की गोद में खेलते है' - चाणक्य - 9837376839

Aaj ka Vedic Panchang: जाने अपने कार्य के लिये आज के शुभ मुहूर्त राहुकाल नक्षत्र और होलाष्टक आदि

AboutAstrologer
Aaj ka Vedic Panchang
Aaj ka Vedic Panchang

*🌞~ आज दिनांक - 16 मार्च 2024 का  वैदिक हिन्दू पंचांग ~🌞*

*⛅दिन - शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - वसंत*
*⛅मास - फाल्गुन*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - सप्तमी रात्रि 09:38 तक तत्पश्चात अष्टमी*
*⛅नक्षत्र - रोहिणी शाम 04:05 तक तत्पश्चात मृगशिरा*
*⛅योग - प्रीति शाम 06:08 तक तत्पश्चात आयुष्मान*
*⛅राहु काल - सुबह 09:48 से 11:18 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:47*
*⛅सूर्यास्त - 06:49*
*⛅दिशा शूल - पूर्व*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:12 से 05:59 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:24 से 01:12 तक*
*⛅अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:24 से 01:12 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - होलाष्टक प्रारम्भ, जैन अट्ठाई प्रारम्भ*
*⛅विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*🔹होलाष्टक - 17 से 24 मार्च🔹*

*🔸होलाष्टक फाल्गुन मास के अष्टमी से शुरू होता है पूनम दिन होलिका दहन के साथ समाप्त होती है ।*

*🔸होलाष्टक से ले कर पूनम तक हिरण्यकश्यप ने भक्त प्रह्लाद को मारने के लिए कई यातनाएं दिया था । आठवां दिन हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका की मदद ली थी । होलिका को यह वरदान था कि वह अग्नि में नहीं जलेगी, ऐसे में होलिका भक्त प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई । लेकिन भगवान विष्णु के आशीर्वाद से प्रह्लाद को अग्नि जला नहीं सकी, बल्कि होलिका इस अग्नि में जलकर भस्म हुई । यह सारी घटना उन्हीं आठ दिनों में हुई थी । जिन्हें होलाष्टक के नाम से जाना जाता है ।*

*🔸इस आठ दिनों की अवधि को अशुभ माना जाता है । इस अवधि में किसी भी शुभ कार्य के लिए वर्जित माना जाता है ।*

*🔹होलाष्टक में वर्जित कार्य :🔹*
*1. विवाह करना ।*
*2. वाहन खरीदना ।*
*3. घर खरीदना ।*
*4. भूमि पूजन ।*
*5. गृहप्रवेश ।*
*6. 16 संस्कार ।*
*7. यज्ञ, हवन या होम ।*
*8. नया व्यापार शुरु करना ।*
*9. नए वस्त्र या कोई वस्तु खरीदना ।*
*10. यात्रा करना ।*

*🔸होलाष्टक के वक्त लोगों को सदाचार और संयम का पालन करना चाहिए । इसके अलावा इन दिनों में भगवान को याद करके मंत्र जप, साधना और आध्यात्मिक कार्य करना चाहिए । इस समय के अवधि साधना और सिद्धि के लिए काफी अनुकूल माना गया है ।*

*🌹 शनिवार के दिन विशेष प्रयोग 🌹*

*🌹 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है । (ब्रह्म पुराण)*

*🌹 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है । (पद्म पुराण)*

*🔹आर्थिक कष्ट निवारण हेतु🔹*

*🔹एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।*                                                                                                                                            

 9837376839

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...